पंजाब उपचुनाव: जालंधर पश्चिम सीट से शिअद उम्मीदवार सुरजीत कौर ‘आप’ में शामिल
Focus News 2 July 2024चंडीगढ़, दो जुलाई (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की ओर से अपनी ही पार्टी की उम्मीदवार सुरजीत कौर से समर्थन वापस लेने और उनसे संबंध तोड़े जाने के कुछ दिनों बाद मंगलवार को कौर मुख्यमंत्री भगवंत मान की उपस्थिति में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गयीं।
कौर अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ जालंधर में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गईं। उन्होंने कहा कि वह अब उपचुनाव में आप उम्मीदवार मोहिंदरपाल भगत का समर्थन करेंगी।
सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाले शिअद ने पिछले सप्ताह कहा था कि पार्टी जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव के लिए आधिकारिक तौर पर उतारे गए उम्मीदवार के बजाय बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार का समर्थन करेंगी।
पार्टी उम्मीदवार सुरजीत का चयन एक समिति ने किया था जिसके दो सदस्यों ने पार्टी प्रमुख के खिलाफ अब विद्रोह कर दिया है।
शिरोमणि अकाली दल पिछले सप्ताह अपने अधिकृत उम्मीदवार सुरजीत कौर को बदलने में असमर्थ रहा क्योंकि नामांकन वापस लेने का आखिरी तारीख पहले ही बीत चुकी थी।
कौर के आप में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री मान ने शिअद पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले उन्होंने सुरजीत कौर को टिकट दिया, लेकिन बाद में उन्होंने उनको अपमानित किया।
मान ने कहा कि उन्होंने (शिअद) कहा कि वे किसी अन्य पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।
मान ने कहा, ‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में, मैं उनका स्वागत करता हूं।’’
कौर ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि मंगलवार सुबह उन्होंने आप में शामिल होने का फैसला किया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने किसी बागी शिअद नेता से बात की है तो उन्होंने कहा, ‘‘हमने किसी से बात नहीं की। हमने अपने कदम के बारे में सुबह फैसला किया।’’
आप में शामिल होने के अपने कदम के बारे में कौर ने कहा कि शिअद द्वारा उनसे समर्थन वापस लेने के बाद उन्होंने और उनके परिवार ने सोचा कि क्षेत्र के लोगों के हित में यह करना सबसे अच्छा रहेगा।
आप नेता पवन कुमार टीनू ने कहा कि जालंधर पश्चिम सीट पर सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार बड़े अंतर से जीत हासिल करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कौर के शामिल होने से आप मजबूत होगी।
शिअद के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि पार्टी के पास अब 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव के लिए अपना अधिकृत उम्मीदवार नहीं है।
शिअद की जालंधर जिला इकाई के प्रमुख ने बुधवार को घोषणा की थी कि पार्टी ने कौर से समर्थन वापस ले लिया है, जो दो बार की नगर निगम पार्षद हैं।
कौर को इस सीट के लिए शिअद की समिति द्वारा चुना गया था जिसमें बीबी जगीर कौर, गुरपरताप सिंह वडाला, विधायक सुखविंदर सुखी और मोहिंदर सिंह केपी शामिल थे। लेकिन जगीर कौर और वडाला पार्टी के उन बागी नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने बादल के खिलाफ बगावत कर दी है और मांग की है कि उन्हें पार्टी प्रमुख का पद छोड़ देना चाहिए।
उपचुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 26 जुलाई थी।
सुरजीत कौर को पहले ही शिअद का चुनाव चिह्न आवंटित कर दिया गया था और वह उन 15 उम्मीदवारों में शामिल थीं जो उपचुनाव के लिए मैदान में बचे थे। यह उपचुनाव आप विधायक शीतल अंगुराल के इस्तीफे के कारण हो रहा है।