नयी दिल्ली, 12 जुलाई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को सात देशों के समूह बिम्सटेक के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई और आर्थिक एवं सामाजिक विकास के इंजन के रूप में इसकी भूमिका पर जोर दिया।
बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने दिल्ली में अपने सम्मेलन के दूसरे और अंतिम दिन मोदी से संयुक्त रूप से मुलाकात की।
भारत के अलावा बिम्सटेक में श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमा, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “बिम्सटेक विदेश मंत्रियों से मिलकर खुशी हुई। संपर्क (कनेक्टिविटी) , ऊर्जा, व्यापार, स्वास्थ्य, कृषि, विज्ञान, सुरक्षा और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। सफल शिखर सम्मेलन के लिए थाईलैंड को पूरा समर्थन दिया।”
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, मोदी ने एक शांतिपूर्ण, समृद्ध, हर स्थिति के अनुकूल और सुरक्षित बिम्सटेक क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ और ‘पूर्व की ओर देखो’ नीतियों के साथ-साथ क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के संदर्भ में ‘सागर’ दृष्टिकोण में इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
इसमें कहा गया, “प्रधानमंत्री ने मंत्रियों के समूह के साथ संपर्क, ऊर्जा, व्यापार, स्वास्थ्य, कृषि, विज्ञान, सुरक्षा और लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को और मजबूत करने पर सार्थक चर्चा की।”
बयान में कहा गया है, “उन्होंने आर्थिक और सामाजिक विकास के इंजन के रूप में बिम्सटेक की भूमिका पर बल दिया।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सितम्बर में होने वाले आगामी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के लिए थाईलैंड को भारत का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
भारत ने समूह के सदस्य देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न पहलों की समीक्षा के लिये बिम्सटेक विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी की।