नयी दिल्ली, केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को भारत के 500वें सामुदायिक रेडियो स्टेशन ‘अपना रेडियो 90.0 एफएम’ का उद्घाटन किया और यह कदम सरकार की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि आइजोल स्थित भारतीय जनसंचार संस्थान द्वारा संचालित ‘अपना रेडियो 90.0 एफएम’ क्षेत्र में लोगों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा।
वैष्णव ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन और मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा की उपस्थिति में 10वें राष्ट्रीय सामुदायिक रेडियो पुरस्कार विजेताओं की घोषणा भी की।
विषयगत श्रेणी का प्रथम पुरस्कार ‘टेक सखी’ कार्यक्रम के लिए बिहार के सारण जिले में ‘रेडियो मयूर’ को मिला, जबकि द्वितीय पुरस्कार केरल के ‘निरंगल’ कार्यक्रम के लिए ‘रेडियो कोच्चि’ को और तृतीय पुरस्कार ‘मेरी बात’ कार्यक्रम के लिए उत्तराखंड में देहरादून के ‘हेलो दून’ को मिला।
सर्वाधिक नवीन सामुदायिक सहभागिता का प्रथम पुरस्कार ‘कहानी सुनंदाची’ कार्यक्रम के लिए महाराष्ट्र के यरलावानी सांगली को मिला जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर क्रमश ‘आइए एक नया मानदंड बनाएं’ कार्यक्रम के लिए तमिलनाडु में मदुरै के ‘वायलागा वनोली’ व ‘नौकरानी दीदी’ कार्यक्रम के लिए उत्तर प्रदेश में नोएडा का ‘सलाम नमस्ते’ रहा।
स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रथम पुरस्कार ‘इगारेकुन’ कार्यक्रम के लिए असम के डिब्रूगढ़ में रेडियो ब्रह्मपुत्र को मिला जबकि दूसरे स्थान पर ‘एन मक्कलुडन ओरु पायनम’ कार्यक्रम के लिए तमिलनाडु के नीलगिरि का ‘रेडियो कोटागिरि’ और तीसरे स्थान पर ‘अंग प्रदेश की अद्भुत धरोहर’ कार्यक्रम के लिए बिहार के भागलपुर का ‘रेडियो एक्टिव’ रहा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सचिव संजय जाजू ने कहा कि सामुदायिक रेडियो स्टेशन कृषि, किसान कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं, मौसम संबंधी जानकारी आदि से संबंधित सूचनाओं के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जाजू ने कहा कि ये एक अनूठा मंच प्रदान करते हैं, जहां वैकल्पिक आवाजें सुनी जा सकती हैं और स्थानीय बोलियों तथा क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री वितरित की जाती है।