मुंबई, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लोगों से विकास के लिए उनका समर्थन करने की अपील की है और उन्होंने इस बात पर बल दिया कि राजनीति में आने के बाद से वह अपनी पार्टी के साथ हैं तथा उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप कभी साबित नहीं हुए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘केवल जनता ही मेरी पार्टी है। जनता का कल्याण ही मेरी प्राथमिकता है। मैं हमेशा सोचता हूं कि जनता का भला कैसे होगा।’’
लोगों से समर्थन की अपील वाला पवार का वीडियो संदेश, राज्य में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के भीतर असंतोष की अटकलों के बीच आया है। महायुति गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), राकांपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना शामिल हैं।
इस वर्ष के लोकसभा चुनाव में महायुति को राज्य की 48 सीट में से सिर्फ 17 सीट मिलीं, जबकि भाजपा की सीट की संख्या 23 (वर्ष 2019 में) से घटकर नौ रह गईं। शिवसेना ने नौ और राकांपा ने सिर्फ एक सीट हासिल की। इसके विपरीत, महाविकास आघाड़ी ने 30 सीट जीतीं जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और राकांपा (शदरचंद्र पवार) शामिल हैं।
पिछले सप्ताह राज्य विधानसभा में पेश किए गए बजट के संदर्भ में पवार ने कहा कि उनके विरोधी उन्हें अपशब्द बोल रहे हैं, क्योंकि वे नहीं चाहते कि विकास का लाभ नागरिकों तक पहुंचे।
उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप अभी तक साबित नहीं हुए हैं। उन्होंने विरोधियों पर ‘‘ओछी राजनीति’’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरोप कभी साबित भी नहीं होंगे।
पवार ने लोगों से आग्रह किया कि वे भाषणबाजी करने वाले नेताओं को नजरअंदाज करें और काम करने वाले नेताओं को ही वोट दें।
उन्होंने कहा कि जो लोग काम करते हैं उनकी ज्यादा आलोचना की जाती है।
जुलाई 2024 में, पवार ने अपने चाचा और राकांपा संस्थापक शरद पवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और भाजपा तथा शिवसेना के साथ गठबंधन कर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बन गए।