विश्व धरोहर समिति के सत्र की मेजबानी भारत के आयोजन सामर्थ्य को दर्शाता है: शेखावत

नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि भारत ने विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 46 वें सत्र की सफल मेजबानी की है जो उसके आयोजन सामर्थ्य का ‘शानदार उदाहरण’ है और जी 20 के बाद इसमें वृद्धि हुई है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व धरोहर समिति के इस सत्र का 21 जुलाई को उद्घाटन किया था जिसका बुधवार शाम समापन हो जाएगा।

यहां अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए शेखावत ने कहा, ‘‘पहली बार डब्ल्यूएचसी की मेजबानी और ‘वो भी सफल मेजबानी’ के साथ भारत के आयोजन सामर्थ्य तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उसकी क्षमता का अतुल्य उदाहरण हमें देखने को मिला। यह आयोजन सामर्थ्य जी 20 के बाद बढ़ा है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि इस सत्र के दौरान भारत की एक और सांस्कृतिक संपदा को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया तथा 50 से अधिक स्थल इस सूची में जगह पाने के लिए फिलहाल अंतरिम सूची में हैं।

असम में अहोम राजवंश की दफ़न संबंधी टीला प्रणाली ‘मोइदम्स’ को 26 जुलाई को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों में भारत की 13 संपदाओं को विश्व धरोहर सूची में स्थान मिला है।

उन्होंने कहा कि भारत ने धरोहर स्थलों के संरक्षण तथा उसके वास्ते क्षमता निर्माण एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग संवर्धन की पैरवी की है।