पेरिस,फ्रांस में शुक्रवार को आगजनी सहित व्यापक ‘आपराधिक’ घटनाओं के कारण हाई-स्पीड रेल नेटवर्क ठप हो गया और ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से कुछ ही घंटे पहले फ्रांस व यूरोप के बाकी हिस्सों से पेरिस की यात्रा बाधित हुई।
फ्रांसीसी अधिकारियों ने हमलों को ‘आपराधिक कृत्य’ करार देते हुए घटना की निंदा की।
वहीं पेरिस में अभियोजकों ने मामले की जांच शुरू कर दी और कहा कि इन अपराधों के लिए दोषियों को 15 से 20 वर्ष की सजा हो सकती है।
पेरिस में अधिकारी सीन नदी और उसके किनारे एक शानदार परेड के आयोजन की तैयारी कर रहे थे लेकिन अटलांटिक, नॉर्ड और इस्ट की हाई-स्पीड लाइनों पर पटरियों के पास आगजनी की सूचनाएं मिलीं। आगजनी की घटनाओं के कारण रेल यातायात बाधित हुआ और हजारों की तादाद में यात्री प्रभावित हुए।
जर्मन समाचार एजेंसी ‘डीपीए’ की खबर के मुताबिक, उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए पेरिस जाने वाली ट्रेन में सवार जर्मनी के दो एथलीटों को रेल मार्ग बंद होने के कारण वापस बेल्जियम लौटना पड़ा और अब वे समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।
क्रिश्चियन कुकुक के साथ यात्रा कर रहे टीम के एक साथी ‘राइडर’ फिलिप वेइशौप्ट ने डीपीए को बताया, “समय पर पहुंचने का अब कोई सवाल ही नहीं है।”
फ्रांस के प्रधानमंत्री गेब्रियल अट्टल ने ‘एक्स’ पर कहा कि अपराधियों को खोजने के लिए फ्रांस की खुफिया सेवाओं को काम पर लगाया गया है।
अट्टल ने इन घटनाओं को ‘सुनियोजित और समन्वित’ करार दिया। हालांकि इन घटनाओं में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।
परिवहन मंत्री पैट्रिस वर्ग्रीटे ने आगजनी की घटना वाली जगह से भाग रहे लोगों और आग लगाने वाले उपकरणों के बरामद होने की जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “यह सब संकेत देता है कि आरोपियों ने जानबूझकर आग लगाई है।”
वर्ग्रीटे ने बीएफएम टेलीविजन से कहा कि इन घटनाओं ने पेरिस को फ्रांस के बाकी हिस्सों और पड़ोसी देशों से जोड़ने वाली कई हाई-स्पीड लाइनों को पंगु बना दिया है।
फ्रांसीसी राष्ट्रीय रेल कंपनी ‘एसएनसीएफ’ ने बताया कि रेल ट्रैक इंटरसेक्शन को प्रभावित करने वाले इलाकों को निशाना बनाया गया ताकि घटनाओं के प्रभाव को दोगुना किया जा सके।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीन-पियरे फरांडौ ने कहा, “आगजनी की एक घटना से दो गंतव्य प्रभावित हुए।”
फरांडौ ने कहा, “ यह सुनियोजित, पूर्वनिर्धारित और समन्वित हमले थे, जो फ्रांसिसी लोगों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाने की मंशा से किये गये थे।”