रांची, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन के 10 अन्य नेताओं ने सोमवार को राज्य की हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री पद की शपथ ली।
चार जुलाई को झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से एक दिन पहले तीन जुलाई को चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
झारखंड के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झामुमो नीत गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेताओं तथा सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में राजभवन में आयोजित एक समारोह में 11 नेताओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
मुख्यमंत्री समेत 12 सदस्यीय मंत्रिमंडल में नये चेहरों में कांग्रेस के जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी, महागामा की विधायक दीपिका पांडेय सिंह और झामुमो के लातेहार से विधायक बैद्यनाथ राम शामिल हैं।
राज्य की पूर्ववर्ती चंपई सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्रियों की सूची से आखिरी समय में राम का नाम हटा दिया गया था, जिसे उन्होंने “अपमान” करार दिया था।
जिन व्यक्तियों को मंत्री पद पर बरकरार रखा गया है, उनमें कांग्रेस के रामेश्वर उरांव और बन्ना गुप्ता के अलावा झामुमो के मिथिलेश कुमार ठाकुर, हफीजुल हसन, दीपक बिरुआ और बेबी देवी तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं। इससे पहले दिन में हेमंत सोरेन नीत सरकार ने विपक्षी सदस्यों के बहिर्गमन के बीच विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया।
हेमंत सोरेन को 28 जून को कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले में झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद जेल से रिहा किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 31 जनवरी को गिरफ्तारी से कुछ समय पहले ही सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।