नयी दिल्ली, 13 जुलाई (भाषा) कॉरपोरेट कंपनियों के अग्रिम कर भुगतान में वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष (2024-25) में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.54 प्रतिशत बढ़कर 5.74 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
अग्रिम कर की पहली किस्त 27.34 प्रतिशत बढ़कर 1.48 लाख करोड़ रुपये हो गई। यह 15 जून को देनी होती है। इसमें 1.14 लाख करोड़ रुपये का निगम आयकर (सीआईटी) और 34,470 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) शामिल है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 11 जुलाई, 2024 तक का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 5,74,357 करोड़ रुपये है। इसमें 2,10,274 करोड़ रुपये का सीआईटी और 3,46,036 करोड़ रुपये का पीआईटी शामिल है।
इसमें कहा गया है कि प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) ने प्रत्यक्ष कर संग्रह में 16,634 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
पिछले वर्ष इसी अवधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 4,80,458 करोड़ रुपये था।
चालू वित्त वर्ष में 11 जुलाई तक 70,902 करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया गया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी रिफंड से 64.4 प्रतिशत अधिक है।
अप्रैल से 11 जुलाई तक प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह (रिफंड समायोजन से पहले) 6.45 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में यह 5.23 लाख करोड़ रुपये था, जो 23.24 प्रतिशत की वृद्धि है।
पूरे वित्त वर्ष के लिए अंतरिम बजट में प्रत्यक्ष कर संग्रह 21.99 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है।