उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने पार्टी नेताओं के साथ सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन किये

मुंबई, नौ जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे सहित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेताओं के साथ मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा-अर्चना की।

पवार ने संवाददाताओं से कहा कि आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अभियान शुरू करने, पार्टी को मजबूत करने और विकास के एजेंडे के साथ लोगों के पास जाने के लिए भगवान का आशीर्वाद लेना एक अच्छी शुरुआत है।

उन्होंने कहा कि 14 जुलाई को पुणे जिले के बारामती में एक रैली आयोजित की जा रही है, जहां राकांपा की भावी रणनीति तय की जाएगी।

उपमुख्यमंत्री के साथ उनके पुत्र पार्थ पवार, राकांपा सांसद सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल, विधायक अनिल पाटिल, धनंजय मुंडे, दिलीप वल्से पाटिल और अन्य पार्टी विधायक मौजूद थे।

पवार और उनके दल ने मंत्रालय (राज्य सचिवालय) के निकट पार्टी कार्यालय से मंदिर तक बस से यात्रा की।

उल्लेखनीय है कि राज्य विधान परिषद की 11 सीटों के लिए चुनाव 12 जुलाई को होने हैं और दो राकांपा उम्मीदवार मैदान में हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या सत्तारूढ़ ‘महायुति’ के सभी नौ उम्मीदवार निर्वाचित होंगे, पवार ने कहा, “इस दिशा में प्रयास जारी हैं”।

‘महायुति’ में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, भाजपा और राकांपा शामिल हैं। विधान परिषद की 11 सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में विपक्षी दलों के तीन उम्मीदवारों सहित कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं।

प्रतिद्वंद्वी राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने दावा किया है कि अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट के कई विधायक उसके संपर्क में हैं और राज्य का बजट पारित होने के बाद वे अपनी निष्ठा वापस राकांपा संस्थापक शरद पवार के प्रति व्यक्त करेंगे।

जुलाई 2022 में अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था, जिसके कारण राकांपा में विभाजन हो गया था। तब राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास आघाड़ी गठबंधन की सरकार गिर गई थी और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

इसके बाद महायुति गठबंधन सत्ता में आया और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने।