ईटानगर, चार जुलाई (भाषा) अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बृहस्पतिवार को इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार व्यापक और समावेशी विकास रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘विकसित अरुणाचल’ के लक्ष्य को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि दूर दराज के हर गांव को प्रशासनिक मुख्यालयों से जोड़ा जाएगा।
खांडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सुदूर क्षेत्रों की भी आवश्यक सेवाओं और बुनियादी ढांचे तक पहुंच सुनिश्चित करवाने के प्रयास किए जाएंगे।’’
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार राज्य के 455 में से 135 गांवों को अब भी सुविधाओं से जोड़ा जाना बाकी है।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 (एनईपी) को पूरी रह से अमल में लाने का भी वादा किया।
केंद्र सरकार की ओर से अपनाई गई एनईपी 2020 को शिक्षा क्षेत्र में सबसे बड़े सुधारों में से एक बताते हुए खांडू ने कहा, “एनईपी-2020 के पूर्ण कार्यान्वयन से हर किसी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी और पूरे राज्य में सीखने के परिणामों में सुधार होगा।”
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थी व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए जरूरी 21वीं सदी के कौशल से लैस हों।’’
पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान राज्य सरकार ने राज्य भर में सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगभग 1300 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह समग्र दृष्टिकोण न केवल वर्तमान शैक्षिक चुनौतियों का समाधान करेगा, बल्कि राज्य के युवाओं को तेजी से विकसित हो रही दुनिया में प्रतिस्पर्धी और सक्षम बनने के लिए तैयार करेगा।”