सांवली रंगत के कारण एक्‍ट्रेस बनीं उल्का गुप्ता

साउथ और मराठी फिल्‍म इंडस्ट्री में भी काम कर चुकी एक्‍ट्रेस उल्का गुप्ता ग्लैमर इंडस्ट्री में काफी समय से हैं। साल 2018 में वह रणवीर सिंह और सारा अली खान स्टारर फिल्म ‘सिंबा’ में रणवीर की बहन के किरदार में नजर आई थीं।  

‘बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी…’ इन पंक्तियों ने झांसी की धरती पर राज करने वाली उस महारानी रानी को अमर कर दिया। उल्का गुप्ता ने उस शो से जबर्दस्‍त लोकप्रियता हासिल की।

लेकिन ‘सिंबा’ (2018) के बाद उल्का गुप्ता को सिर्फ बहन के रोल ऑफर होने लगे, ऐसे में उन्‍होंने वे तमाम ऑफर ठुकरा दिए।

अब उल्का टीवी शो ‘मैं हूं साथ तेरे’ में सिंगल मदर का रोल निभाती नजर आएंगी। शुरुआत में जब ये शो उन्हें ऑफर हुआ, तब वह इसे लेकर श्योर नहीं थीं। वह इस ऑफर को ठुकराना चाहती थीं, लेकिन बाद में बतौर चैलेंज उन्होंने इसके लिए हामी भरी।

मूलरूप से बिहार के सहरसा से ताल्लुक रखने वाली एक्‍ट्रेस उल्का गुप्ता का जन्म 12 अप्रैल, 1997 को मायानगरी मुंबई में, सिनेमा से ताल्लुक रखने वाले परिवार में हुआ था। उल्‍का के पिता गगन गुप्ता एक्टर हैं जो कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स में साइड रोल निभाते नजर आते रहे हैं।

पढ़ाई के साथ-साथ उल्का ने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए, सिनेमा की रंगीन दुनिया का सफर, महज सात साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट टीवी सीरियल ‘रेशम डंक’ से शुरू किया। पिता एक एक्‍टर होने के बावजूद उल्का ने करियर को सैटल करने के लिए काफी स्‍ट्रगल किया।

टीवी सीरियल ‘रेशम डंक’ में काम करने के बाद जब भी उल्का गुप्ता ऑडिशन देने जातीं, उनके हाथ सिर्फ और सिर्फ निराशा ही लगती थी। उन्हें अपने सांवले रंग के कारण न जाने कितने किरदार से हाथ धोना पड़ा। इस इंडस्ट्री में फैले रंगभेद की काली सच्चाई आज भी उल्का को परेशान करती है।  

लेकिन जब किस्‍मत को उल्‍का पर तरस आया तो उन्हें उनके सांवले रंग के कारण ही सीरियल ‘सात फेरे’ का ऑफर मिला, जिसमें उन्हें एक सांवली लड़की का ही किरदार निभाना था। इस शो में उन्होंने सलोनी की बेटी का जो किरदार निभाया, उसमें उन्हें जबर्दस्‍त कामयाबी मिली।

साल 2009 में उल्का गुप्ता के हाथ, पीरियड ड्रामा शो ‘झांसी की रानी’ लगा जिसमें उन्होंने मनु के किरदार को पर्दे पर जीवंत कर दिखाया। जब-जब पर्दे पर मनु आतीं तो लगता था मानों जिस साहस के साथ उल्का ने जिंदगी में स्‍ट्रगल किया, वह पर्दे पर उसी को उतार रही हैं।

फिर क्या था ‘झांसी की रानी’ के बाद उल्का इंडस्ट्री का जाना पहचाना चेहरा बन गईं। हालांकि ‘झांसी की रानी’ खत्म होने के बाद उल्‍का अपना ध्यान पढ़ाई में लगाना चाहती थी लेकिन तभी उनके पास साउथ की फिल्मों के ऑफर आने लगे। वैसे भी उन्हें एक्टिंग की लत लग चुकी थी। ऐसे में उनके लिए पढाई जारी रखना मुश्किल हो गया।    

उल्का गुप्ता ने तेलुगू फिल्म ‘आंध्रा पोरी’ (2015) से दक्षिण भारतीय फिल्मों में डेब्यू किया। इसके बाद साल 2016 में उल्‍का को फिल्म ‘रुद्रमादेवी’ मिली। इस फिल्‍म में उन्‍होंने अनुष्का शेट्टी के बचपन का किरदार निभाया।

साउथ में दर्शकों का दिल जीतने के बाद उल्का गुप्ता हिंदी सिनेमा का रुख करते हुए फिल्म ‘ट्रैफिक’ से बॉलीवुड में करियर की शुरुआत की। इसके बाद ‘मिस्टर कबड्डी’ और फिर रणवीर सिंह स्टारर फिल्म ‘सिम्बा’ में उल्का गुप्ता के अभिनय का जौहर देखने मिला। कहा जा सकता है कि उल्का गुप्ता ने अपनी दमदार एक्टिंग से कम समय में ही दर्शकों के दिलों पर एक अलग छाप छोड़ी है।