नयी दिल्ली, विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलांयस’ (इंडिया) के घटक दलों के नेताओं ने शनिवार को यहां ‘अनौपचारिक बैठक’ कर लोकसभा चुनाव की मतगणना से जुड़ी तैयारियों एवं रणनीति चर्चा की।
बैठक में तृणमूल कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) शामिल नहीं हुईं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास ‘10 राजाजी मार्ग’ पर आयोजित इस बैठक में खरगे, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और के.सी. वेणुगोपाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार, आम आदमी पार्टी के प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल हुए।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी. राजा, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, द्रमुक के टी.आर. बालू, झारखंड मुक्त मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) के अनिल देसाई, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी इस बैठक में भाग लिया।
खरगे ने बैठक का वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘‘मतगणना वाले दिन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ‘इंडिया’ के घटक दलों के नेताओं ने आज अनौपचारिक बैठक की। लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता बेहद सतर्क हैं। मैं उनमें से प्रत्येक को उनकी सम्मानजनक उपस्थिति के लिए धन्यवाद देता हूं। ’’
उनका कहना था, ‘‘हमने अपनी पूरी ताकत से लोकसभा चुनाव लड़ा है और सकारात्मक परिणाम को लेकर आश्वस्त हैं, क्योंकि भारत के लोगों ने हमारा समर्थन किया है। बदलेगा भारत, जीतेगा इंडिया।’’
कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाइयों को फॉर्म 17सी को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले ही कह दिया था कि वह इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगी।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं संभवत: नहीं जाऊं क्योंकि मेरी मां की आंख की सर्जरी हुई है।’’
यह बैठक उस दिन हुई जब लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण के लिए वोट पड़ रहे हैं। मतगणना चार जून को होगी।
विपक्षी गठबंधन दावा कर रहा है कि वह भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को केंद्र में सत्ता में लौटने से रोकने और अपनी सरकार बनाने में सफल रहेगा।
दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन ने भी यह दावा किया है कि वह इन चुनावों के बाद लगातार तीसरी बार केंद्र में सरकार बनाएगा।
‘इंडिया’ गठबंधन बनने के बाद इससे कुल 28 दल जुड़े थे, लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल (यूनाइटेड) और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में असर रखने वाली राष्ट्रीय लोक दल जैसी कुछ पार्टियां राजग में शामिल हो गईं।
‘इंडिया’ गठबंधन की पहली बैठक पिछले साल 23 जून को पटना में हुई थी, उसके बाद 17-18 जुलाई, 2023 को बेंगलुरु में और फिर 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई में बैठक हुई। विपक्षी गठबंधन की चौथी बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई। इसके बाद अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली में आयोजित ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में 31 मार्च को विपक्षी नेता शामिल हुए थे।
तृणमूल कांग्रेस इन सभी बैठकों और जनसभाओं का हिस्सा रही है। दिल्ली में 31 मार्च की रैली में तृणमूल के नेता डेरेक ओब्रायन ने घोषणा की थी कि वे ‘इंडिया’ का हिस्सा बने रहेंगे।