काम के साथ रहिए चुस्त दुरूस्त

प्रायः हम अपने कार्य को बोझ समझकर करते हैं, जिससे शारीरिक और मानसिक थकान होती है। अपने कार्य को इस तरह से करें कि वह बजाए थकान बढ़ाने के आपकी स्वास्थ्य वृद्धि में सहायक हो।
काम करते समय अपने मेज या डेस्क को दरवाजे के सामने रखें।
रोशनी और हवा की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए। उचित रोशनी काम करने के लिए अति आवश्यक होती है।
काम करते समय जिस मेज, कुर्सी का प्रयोग करें, उस कुर्सी पर कमर को सीधा रखकर कुर्सी से कमर लगाकर बैठें।
पैरों को मेज के नीचे सीधा रखें। एक पैर पर दूसरा पैर न रखें, टांगों को टेढ़ा मेढ़ा और मोड़ कर कुर्सी पर न रखें।
गर्दन को झटके से मत घुमायें।
नीचे झुकते समय झटके से नीचे झुककर सामान न उठायें।
काम करते समय आवश्यक सामान साथ लेकर बैठें जैसे फाइलें, ट्रे, पिन, डायरी, पैन, पैंसिल आदि।
लगातार, पढ़ते लिखते समय कुछ अन्तराल बाद थोड़ा आराम कर लें। हाथ, पैर ढीले छोड़ कर आखें बंद कर लें।
यदि पढ़ते समय चश्मा लगा हो तो चश्मे का उपयोग अवश्य करें नहीं तो आंखें और कमजोर होती चली जायेंगी।
किसी सामान की आवश्यकता पड़ने पर बीच में उठ कर सामान ले लें। इससे आराम भी मिलेगा और शरीर को एक मुद्रा से छुटकारा भी।
अपने मिलने-जुलने वाले लोगों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था अवश्य करें।
कुर्सी पर जब भी काम करने हेतु बैठें, अपने कंधे ढीले छोड़ कर काम करें।