कोलंबो, 23 जून (भाषा) श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) को प्रतिबंधित सूची में बनाए रखने के ब्रिटेन सरकार के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम इस द्वीपीय देश में पूर्व सशस्त्र समूह की खुद को फिर से खड़ा करने की हर साजिश को विफल कर देगा।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में साबरी ने कहा कि लिट्टे के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का दृष्टिकोण और रणनीति विदेशी सरकारों से इस प्रतिबंध को रद्द करवाना है ताकि वे समूह को एक बार फिर से खड़ा कर सकें।
साबरी ने अपने पोस्ट में कहा कि श्रीलंका के लिट्टे को प्रतिबंधित सूची में बनाए रखने के ब्रिटिश अधिकारियों के फैसले ने इस समूह की श्रीलंका में खुद को फिर से खड़ा करने की योजना को विफल कर दिया है।
उन्होंने कहा, “लिट्टे के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का दृष्टिकोण और रणनीति विदेशी सरकारों को उस पर लगे प्रतिबंध हटाने के लिए बाध्य करना है, ताकि वे लिट्टे को फिर से खड़ा कर सकें।”
ब्रिटेन के प्रतिबंधित संगठन अपील आयोग ने लिट्टे पर प्रतिबंध हटाने के खिलाफ फैसला सुनाया है। इस संबंध में 21 जून को घोषणा की गयी।
श्रीलंका, भारत, ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, मलेशिया और यूरोपीय संघ के देशों में लिट्टे पर प्रतिबंध लगा हुआ है।