हैदराबाद, 22 जून (भाषा) केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया कि तेलंगाना में सरकार संचालित खनन इकाई सिंगरेनी कोलियरीज को पिछली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की सरकार के दौरान लूटा गया और आर्थिक रूप से बर्बाद किया गया। उन्होंने मौजूदा कांग्रेस सरकार से इस मामले की जांच कराने की मांग की।
सिंगरेनी एक कोयला खनन कंपनी है, जो 51:49 के इक्विटी आधार पर तेलंगाना सरकार और भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से स्वामित्व में है।
कोयला एवं खान मंत्री रेड्डी ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि 2014 में जब तेलंगाना के गठन के साथ बीआरएस सत्ता में आई थी, तब कंपनी के पास 3,500 करोड़ रुपये बैंक जमा थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के अहंकारी, अनियमित और अव्यवस्थित प्रशासन और अत्याधिक हस्तक्षेप के कारण अब यह कर्ज में डूबी हुई है।
उन्होंने कहा, “यह केसीआर, केसीआर का परिवार, उनकी पार्टी, उनके मंत्री और उनके विधायक थे जिन्होंने सिंगरेनी को लूटा और आर्थिक विनाश किया। मैं वर्तमान तेलंगाना सरकार से कह रहा हूं कि अगर आपको सिंगरेनी, सिंगरेनी के मजदूरों और तेलंगाना के विकास से कोई लगाव है, तो मैं मांग करता हूं कि पिछले 10 वर्षों में बीआरअस के शासन के दौरान सिंगरेनी के आर्थिक विनाश, राजनीतिक हस्तक्षेप या लूट की व्यापक और न्यायिक जांच कराई जाए।”