लखनऊ, 29 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ड्रेस, स्टेशनरी एवं स्कूल बैग की खरीद के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के मार्फत विद्यार्थियों के माता-पिता/अभिभावक के बैंक खातों में 1200-1200 रुपये भेजने की प्रक्रिया की शुरुआत की।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी की जिम्मेदारी बनती है कि कोई छात्र स्कूल से वंचित न रह जाए। हम अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन करें, ये देश की सबसे बड़ी सेवा है। श्रीमद्भागवत गीता में तो किसी को शिक्षित करना सबसे पवित्र कार्य माना गया है।’’
एक बयान के मुताबिक आदित्यनाथ ने शनिवार को यहां एक कार्यक्रम में प्रदेश के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया
उन्होंने शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षकों और अधिकारियों से कहा कि आप इस पवित्र कार्य से जुड़े हुए हैं, इसलिए आपका आचरण एक अधिकारी की तरह नहीं, बल्कि समाज के एक मार्गदर्शक के रूप में, एक शिक्षक के रूप में होना चाहिए।
योगी ने कहा, ‘‘ हमारे विद्यालय नवोन्मेष और शोध के नए केंद्र के रूप में स्थापित हों, हमारे छात्र-छात्राओं के अंदर कठिन से कठिन चुनौतियों से जूझने का जज्बा हो, इसके लिए हम उन्हें तैयार करें। ’’
मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सचमुच एक गुरु के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि जिसका उन्होंने मार्गदर्शन किया, वह देश-प्रदेश में उच्च स्थान प्राप्त कर उन्हें गौरवान्वित कर रहा है।
योगी ने छात्र-छात्राओं को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि जीवन में किसी भी क्षेत्र में तुम्हें जाना हो, लेकिन याद रखना परिश्रम का कोई विकल्प नहीं हो सकता, जीवन में शॉर्टकट का रास्ता अपनाने वाला व्यक्ति कभी भी अपनी मंजिल को प्राप्त नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा, उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद, ‘काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन’ नई दिल्ली और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नई दिल्ली से जुड़े छात्र-छात्राओं को यहां सम्मानित किया गया है।
हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की मेधासूची में जगह बनाने वाले कुल 170विद्यार्थी हैं, जिनमें 58 छात्र हैं और 112 छात्राएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सफलता बताती हैं कि बेटियों ने लंबी छलांग मारी है और उनपर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मेधासूची में आने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र, टैबलेट और एक लाख रुपए नगद उपलब्ध कराने का कार्य सरकार कर रही है। इसके साथ ही ये छात्र जिस गांव, मोहल्ले के होंगे वहां की एक सड़क का नामकरण इनके नाम पर या वहां की एक सड़क का निर्माण कार्य सरकार के स्तर पर होगा।
योगी ने कहा कि आज यहां पर बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा अनेक कार्यक्रमों का आरंभ किया गया। उनके अनुसार इनमें 88 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खाते में 1200 रुपए प्रति छात्र भेजे गए हैं।