तुर्कु (फिनलैंड), 19 जून ( भाषा ) ओलंपिक और विश्व चैम्पियन भारतीय भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा ने कहा है कि वह पेरिस ओलंपिक के बाद ‘एडक्टर’ (जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशियों) में होने वाली तकलीफ के इलाज के लिये डॉक्टरों से सलाह लेंगे ।
एक महीने के ब्रेक के बाद ट्रैक और फील्ड पर लौटे चोपड़ा ने पावो नुरमी खेलों में तीसरे प्रयास में 85 . 97 मीटर के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया ।
चोपड़ा ने पिछले महीने एहतियात के तौर पर ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक से नाम वापिस ले लिया था चूंकि वह जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में असहज महसूस कर रहे थे ।
उन्होंने जीत के बाद कहा ,‘‘ आज मौसम अच्छा था और थोड़ी ठंडक थी । अब मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं क्योंकि सभी छह थ्रो फेंक सका ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हर साल मुझे एडक्टर में दिक्कत होती है । ओलंपिक के बाद मैं डॉक्टरों से राय लूंगा ।’’
पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण के दावेदार चोपड़ा ने दो साल पहले इस टूर्नामेंट में 89 . 30 मीटर के साथ रजत पदक जीता था ।
उन्होंने सत्र की शुरूआत मई में दोहा डाइमंड लीग में 88 . 36 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहकर की । उन्होंने भुवनेश्वर में फेडरेशन कप राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी भाग लेकर 82 . 27 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता।
अब वह सात जुलाई को पेरिस डायमंड लीग में भाग लेंगे । पंचकूला में 27 जून से होने वाली राष्ट्रीय अंतर प्रांत एथलेटिक्स में वह नहीं खेलेंगे ।
वह यूरोप में कोच क्लाउस बर्तोनीज और फिजियो ईशान मारवाहा के साथ तीन अलग अलग स्थानों पर अभ्यास करेंगे । उन्होंने फिनलैंड के कुओर्ताने में तैयारियों का आगाज किया और अब जर्मनी के सारब्रकेन जायेंगे ।इसके बाद वह तुर्किये में अभ्यास करेंगे और 28 जुलाई तक वहीं रहेंगे ।