नयी दिल्ली, 13 जून (भाषा) कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने बृहस्पतिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से वरिष्ठ नागरिकों को किराये में रियायत बहाल करने का आग्रह किया और कहा कि उन करोड़ों लोगों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए जो इस परिवहन सेवा का इस्तेमाल करते हैं।
वैष्णव को लिखे पत्र में चिदंबरम ने कई मुद्दों का उल्लेख किया और कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल आवश्यकता है कि भारतीय रेल की सेवा यात्रियों के अनुकूल रहे और नागरिकों को एक सहज एवं सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करे।
तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘मार्च, 2020 में कोविड-19 महामारी के कारण वरिष्ठ नागरिकों को किराये में मिलने वाली रियायत का निलंबन एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। हालांकि महामारी से संबंधित प्रतिबंध 2021 में समाप्त हो गए, लेकिन यह रियायत 2024 तक बहाल नहीं की गई है।’’
पहले 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को क्रमशः 40 प्रतिशत और 50 प्रतिशत की रियायत मिलती थी।
उनका कहना है कि अगस्त, 2022 में रेलवे से संबंधित संसद की स्थायी समिति ने सिफारिश की थी कि ‘‘यात्रियों की विभिन्न श्रेणियों को दी गई रियायतों पर विवेकपूर्ण ढंग से विचार किया जाना चाहिए।’’
चिदंबरम ने वैष्णव को लिखे अपने पत्र में कहा कि समिति ने आग्रह किया था कि वरिष्ठ नागरिकों की रियायत की समीक्षा की जाए और कम से कम शयनयान श्रेणी और थर्ड एसी में इसे बहाल किया जाए, ताकि वास्तव में जरूरतमंद वरिष्ठ नागरिकों की मदद की जा सके।