यह सिर्फ मेरे आखिरी मैच के बारे में नहीं है: छेत्री ने अंतरराष्ट्रीय संन्यास की पूर्व संध्या पर कहा

कोलकाता,  भारतीय फुटबॉल टीम के करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री ने बुधवार को अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच को लेकर चल रही सुर्खियों को कम महत्व देते हुए यहां कुवैत के खिलाफ टीम के अहम फीफा विश्व कप क्वालीफायर पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की।

भारत अगर गुरुवार को खेले जाने वाले इस मैच को जीत जाता है तो फीफा विश्व कप के तीसरे दौर में उसकी जगह लगभग पक्की हो जायेगी। फीफा विश्व कप का आयोजन 2026 में अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में होना है। इस में भाग लेने वाली एशिया की टीम का फैसला तीसरे क्वालीफायर के बाद होगा।

छेत्री ने पिछले महीने घोषणा की थी कि कुवैत के खिलाफ फीफा क्वालीफायर का दूसरे चरण का मैच अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में उनका आखिरी मैच होगा।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 19 साल तक भारतीय फुटबॉल का चेहरा रहे इस खिलाड़ी ने कुवैत के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘ यह मेरे और मेरे आखिरी मैच के बारे में नहीं है। मैं इसे इस तरह से नहीं देखता हूं। हम वास्तव में यह मुकाबला जीतना चाहते हैं। यह आसान नहीं होने वाला है, लेकिन हम तैयार हैं। हमें जबरदस्त समर्थन मिलेगा।’’

इस 39 साल के स्ट्राइकर ने अपने आगे की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘अगर हम कल जीतते हैं तो हम लगभग क्वालीफाई (तीसरे चरण के लिए) कर लेंगे। हमें घरेलू और विदेशी सरजमीं पर पांच-पांच मैच खेलने का मौका मिलेगा। मैं अच्छे सूट पहनूंगा और जहां भी टीम खेलेगी वहां मैच देखूंगा।’’

छेत्री ने कहा, ‘‘मैं हर दिन टीम के खिलाड़ियों से बात करता हूं। मैं उन्हें इस सपने के बारे में बताता रहता हूं। मुकाबले से पहले लंबा शिविर मददगार होता है। आपके पास टीम की खामियों को दूर करने के लिए अधिक समय होता है।’’

छेत्री से जब पूछा गया कि वह संन्यास के अपने फैसले पर फिर से विचार कर सकते हैं तो उन्होंने इसका नाकारात्मक में जवाब दिया।

देश के लिए 150 मैचों में 94 गोल करने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ नहीं सर, मेरे सूट तैयार हो गये हैं और अब मैं टीम के खिलाड़ियों के खेल का लुत्फ उठाउंगा। मैंने इसके बारे में बहुत सोचा है। मेरी 19 साल की यात्रा बहुत अच्छी रही। टीम जहां भी जाएगी, मैं एक प्रशंसक के तौर पर जाऊंगा और टीम का समर्थन करूंगा।’’

इस मौके पर भारतीय कोच इगोर स्टिमक ने कहा कि उन्हें टीम की तैयारियों पर पूरा विश्वास है।

स्टिमक ने कहा, ‘‘ हमें इन खिलाड़ियों का ख्याल रखना होगा। उनकी टीम में भी सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर नहीं है। हमें भी संदेश झिंगन की कमी खलेगी। उन्होंने कतर के खिलाफ पिछले मैच में अपने खेल के स्तर को ऊंचा किया था।’’

भारतीय कोच ने कहा, ‘‘ मुझे हालांकि अपनी तैयारियों पर पूरा भरोसा है। यह फुटबॉल का खेल है और खिलाड़ियों को इसका लुत्फ उठाना चाहिये। नतीजा हमेशा भगवान के हाथ में होता है।’’