नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने यूरोनेट के रिया मनी ट्रांसफर के साथ साझेदारी में विदेशों से भारत में धनप्रेषण शुरू कर दिया है। आईपीपीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
आईपीपीबी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आर विश्वेश्वरन ने कहा कि विदेश से धन पाने वाले व्यक्ति को खाते में राशि आने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा और केवल प्रेषक को ही रिया मनी को धनप्रेषण शुल्क देना होगा।
विश्वेशरन ने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं से वंचित और कम बैंकिंग सेवाओं के दायरे में शामिल लोगों की अड़चनों को दूर करना है। हम अब रिया मनी ट्रांसफर के साथ साझेदारी में 25,000 स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय धनप्रेषण सेवा शुरू कर रहे हैं। इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 1.65 लाख से अधिक स्थानों वाले हमारे समूचे नेटवर्क को शामिल कर लिया जाएगा।’’
डाक विभाग के तहत संचालित भुगतान बैंक आईपीपीबी के शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस सेवा के माध्यम से धन पाने वालों के पास अपनी पसंद के आधार पर पूरा धन या आंशिक राशि निकालने का विकल्प होगा।
विश्वेश्वरन ने कहा, ‘‘विदेश से धन पाने वालों के पास अपने आईपीपीबी खाते में धन भेजने का विकल्प भी होगा। यह एक कागज-रहित प्रक्रिया है। बायोमेट्रिक का उपयोग करके वे इस राशि को निकाल सकते हैं। यह सेवा डाकिये के जरिये उनके दरवाजे पर पहुंचाई जाएगी और पाने वाले लोगों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।’’
रिया मनी ट्रांसफर के मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) इग्नेसियो रीड ने कहा कि कंपनी की लगभग 200 देशों में मौजूदगी है और धनप्रेषण खंड में इसकी 22 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है।
रीड ने कहा, ‘‘हम पिछले 10 वर्षों से भारत में काम कर रहे हैं। आईपीपीबी के साथ इस साझेदारी से हमें उम्मीद है कि भारत में हमारी मौजूदगी वाले स्थानों की संख्या लगभग 30 प्रतिशत बढ़ जाएगी।’’