नयी दिल्ली, उत्तर प्रदेश के अमेठी से नवनिर्वाचित लोकसभा सदस्य किशोरी लाल शर्मा ने बुधवार को कहा कि इस संसदीय क्षेत्र में उनकी विजय स्थानीय जनता और ‘गांधी परिवार’ की जीत है तथा उनका यह प्रयास होगा कि ‘अमानत में खयानत’ नहीं हो।
शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ विशेष बातचीत में इस धारणा को खारिज कर दिया कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को हराकर 2019 में राहुल गांधी की हार का बदला लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति में बदला नहीं होता है, क्योंकि एक हारता है और दूसरा जीतता है।’’
किशोरी लाल शर्मा ने ईरानी को एक लाख 67 हजार 196 मतों से पराजित किया।
वह जीत के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने यहां कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा से मुलाकात की। शर्मा ने रायबरेली से राहुल गांधी की जीत का प्रमाणपत्र भी उन्हें सौंपा।
शर्मा ने कहा कि यह उनकी निजी राय है कि राहुल गांधी को रायबरेली सीट से इस्तीफा नहीं देना चाहिए।
राहुल गांधी इस बार रायबरेली और वायनाड दोनों क्षेत्रों से निर्वाचित हुए हैं।
अमेठी से जीत के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा, ‘‘यह अमेठी की जनता और गांधी परिवार की जीत है…अमेठी गांधी परिवार की अमानत है। मैं कोशिश करूंगा कि अमानत में खयानत नहीं हो (भरोसा नहीं टूटे)।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी जीत राहुल गांधी की हार का बदला है, तो शर्मा ने कहा, ‘‘ राजनीति में बदला नहीं होता है। राजनीति में एक हारता, एक जीतता है। बदले वाली बात हम नहीं करते।’’
भाजपा के कुछ नेताओं की ओर से उन पर निजी टिप्पणियां किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने खुद इसका जवाब दे दिया है।
उन्होंने कहा कि वह अमेठी में जीत-हार के बारे में नहीं सोच रहे थे, बल्कि जीत के अंतर के बारे में सोच रहे थे, क्योंकि उन्होंने 40 वर्षों तक काम किया है।
शर्मा रायबरेली और अमेठी में कई दशकों से गांधी परिवार के प्रतिनिधि के तौर पर काम करते आ रहे हैं।