राजगीर, (बिहार) 19 जून (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि केन्द्र सरकार आधुनिक, अनुसंधान-उन्मुख उच्च शिक्षा प्रणाली की दिशा में काम कर रही है।
मोदी ने यहां नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन करते हुए छात्रों से हमेशा जिज्ञासु और साहसी बने रहने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ‘‘नालंदा भारत की शैक्षणिक विरासत और जीवंत सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रतीक है। यह न केवल भारत के अतीत का पुनर्जागरण है बल्कि कई देशों की विरासत इस स्थान से जुड़ी हुई है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ हमारी सरकार आधुनिक, अनुसंधान-उन्मुख उच्च शिक्षा प्रणाली की दिशा में काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि हमारा युवा भविष्य में पूरी दुनिया को नेतृत्व प्रदान करेगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि भारत ज्ञान और शिक्षा का वैश्विक केंद्र बने।
मोदी ने कहा, ‘‘ पिछले 10 वर्ष में औसतन हर हफ्ते देश में एक विश्वविद्यालय खुला है।’’
नये परिसर का उद्घाटन करने से पहले प्रधानमंत्री ने विश्वविद्यालय के निकट स्थित यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल ‘नालंदा महाविहार’ का दौरा किया।
इस विश्वविद्यालय की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत की गई थी।
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना पांचवीं शताब्दी में हुई थी जहां दुनियाभर से छात्र अध्ययन के लिए आते थे। विशेषज्ञों के अनुसार, 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किए जाने से पहले यह प्राचीन विश्वविद्यालय 800 वर्षों तक फलता-फूलता रहा।