गोवा के पर्यटन मंत्री ने झरनों में प्रवेश पर रोक का विरोध किया

पणजी, 18 जून (भाषा) गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने मानसून के दौरान प्रदेश में सभी झरनों में आंगुतकों पर प्रवेश लगाने संबंधी वन विभाग के परिपत्र पर मंगलवार को कड़ी आपत्ति जतायी।

मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पिछले सप्ताह जारी किया गया परिपत्र उनके विभाग की आंतरिक पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना के लिए नुकसानदेय है।

खुंटे ने कहा कि वह मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के साथ पहले ही यह मुद्दा उठा चुके हैं और अब वह शीघ्र ही राज्य के वनमंत्री विश्वजीत राणे से बातचीत करेंगे।

उन्होंने कहा,‘‘ झरने हमारे आंतरिक पर्यटन का अहम हिस्सा हैं। न केवल पर्यटक बल्कि स्थानीय लोग भी इन झरनों में जाना पसंद करते हैं। वन विभाग के दिल्ली के कुछ अधिकारी महज सुरक्षा कारणों का हवाला देकर प्रवेश पर रोक लगाने का परिपत्र जारी नहीं कर सकते हैं।’’

उन्होंने कहा कि झरनों में पर्यटकों की सुरक्षा चिंता का विषय जरूर है लेकिन समाधान उसपर रोक लगाना नहीं है।

मंत्री ने कहा, ‘‘ यदि सुरक्षा चिंता है तो हमें उसका हल ढ़ूढ़ना होगा।’’

उन्होंने कहा कि राज्य कुछ झरनों को सुरक्षित स्थल घोषित कर सकता है जहां पर्यटकों को जाने की अनुमति दी जा सकती है एवं जिन झरनों में डूब जाने की आशंका है वहां आंगुतकों पर पाबंदी लगायी जा सकता है।

खुंटे ने कहा कि राज्य आंतरिक पर्यटन को बढ़ावा देने का काम कर रहा है जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मदद मिलती है।

उन्होंने कहा, ‘‘जब पर्यटक झरनों में आते हैं तो स्थानीय लोग लाभान्वित होते हैं।’’