नयी दिल्ली, 23 जून (भाषा) एस्सार समूह सऊदी अरब में कम कार्बन उत्सर्जन वाले इस्पात संयंत्र के निर्माण में लगभग 4.5 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश शुरू करने के लिए अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहा है। समूह के एक शीर्ष अधिकारी प्रशांत रुइया ने यह जानकारी दी है।
यह मंजूरी अब किसी भी समय मिल सकती है, जिसके बाद समूह सऊदी अरब में रास अल-खैर में बंदरगाह सुविधाओं के साथ 40 लाख टन सालाना क्षमता के इस्पात संयंत्र पर काम शुरू कर देगा।
समूह के निवेश पोर्टफोलियो का प्रबंधन करने वाली एस्सार कैपिटल के निदेशक रुइया ने पीटीआई-भाषा के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमें अब भी सभी अंतिम मंजूरियां नहीं मिली हैं।’’
यह संयंत्र सऊदी अरब की घरेलू इस्पात मांग को पूरा करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘सऊदी अरब एक बड़े वृद्धि के दौर में है। वहां आज बड़ी मात्रा में इस्पात का आयात किया जाता है। ऐसे में मूल रूप से यह एक घरेलू संयंत्र होगा।’’
तेल से समृद्ध सऊदी अरब की नजर इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण केंद्र बनने पर है। 2030 तक उसका लक्ष्य सालाना तीन लाख कारों के विनिर्माण पर है। एस्सार समूह ऐसी कारों के साथ-साथ अन्य उपभोक्ता सामान उद्योग की ओर से आने वाले इस्पात की मांग का लाभ उठाना चाहता है।
एस्सार के इस संयंत्र को बनने में तीन से साढ़े तीन साल का समय लगेगा।
एस्सार समूह दो साल पहले अपनी कुछ बुनियादी ढांचा संपत्तियों को बेचने के बाद पूरी तरह कर्ज-मुक्त हो गया था। अब समूह वृद्धि के अगले चरण के लिए कार्बन उत्सर्जन मुक्त परियोजनाओं और हरित परिवहन में निवेश कर रहा है।
सऊदी अरब संयंत्र भारत के बाहर एस्सार समूह की पहली इस्पात परियोजना होगी। धातु से लेकर बुनियादी ढांचा क्षेत्र में काम करने वाला समूह पहले गुजरात के हजीरा में एक एकीकृत इस्पात संयंत्र का स्वामित्व और संचालन करता था, जिसे वह दिवाला लड़ाई में आर्सेलरमित्तल से हार गया था।
रुइया ने कहा, ‘‘सभी आवश्यक मंजूरियां मिलने के बाद परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि अरबों डॉलर की इस परियोजना के लिए कंपनी के पास पहले से ही जमीन है।’’
एस्सार समूह द्वारा प्रदान की गई अतिरिक्त जानकारी के अनुसार, एकीकृत इस्पात परियोजना को उसकी इकाई ग्रीन स्टील अरेबिया के माध्यम से सऊदी अरब के रास अल-खैर प्रांत में 1,000 एकड़ भूमि पर 4.5 अरब डॉलर के कुल निवेश के साथ क्रियान्वित किया जाएगा।