दिल्ली के उपराज्यपाल ने जलसंकट के मुद्दे पर मदद का आश्वासन दिया

vk-skasana2

नयी दिल्ली, 10 जून (भाषा) दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने सोमवार को दिल्ली की मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज से मुलाकात करके उन्हें आश्वासन दिया कि वह जल आपूर्ति के मुद्दे को हरियाण सरकार के समक्ष उठाएंगे। लेकिन उन्होंने दोनों मंत्रियों को ‘आरोप-प्रत्यारोप’ में शामिल न होने और मुद्दों का सौहार्दपूर्ण ढंग से समाधान करने की सलाह दी।

दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित हरियाणा पर पिछले कई दिनों से राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का पानी रोकने का आरोप लगाया है क्योंकि वह अभूतपूर्व गर्मी के बीच गंभीर जल संकट से गुजर रही है।

बैठक के बाद दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने कहा कि उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा सरकार से बात करने का आश्वासन दिया है कि राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का 1,050 क्यूसेक पानी मुनक नहर में छोड़ा जाए।

उपराज्यपाल कार्यालय के एक बयान में कहा गया कि सक्सेना ने मंत्रियों को आश्वासन दिया कि वह जल आपूर्ति का मामला हरियाणा सरकार के साथ उठाएंगे और उनसे मानवीय आधार पर अतिरिक्त पानी छोड़ने का अनुरोध करेंगे। इसमें कहा गया है कि सक्सेना ने मंत्रियों को ‘आरोप-प्रत्यारोप’ से बचने और पानी की बर्बादी रोकने की भी सलाह दी।

बयान में कहा गया है, ‘‘उपराज्यपाल ने मंत्रियों को सलाह दी कि वे व्यर्थ के आरोप-प्रत्यारोप में न पड़ें और पड़ोसी राज्यों के साथ इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करें। उन्होंने इस ओर भी इंगित किया कि यदि हरियाणा अपने आवंटित हिस्से से अधिक अतिरिक्त पानी छोड़ता है, तो जल शोधित करने और इसकी राजधानी वासियों तक आपूर्ति करने के लिहाज से दिल्ली के पास पर्याप्त जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) और क्षमता नहीं है।’’

इसमें कहा गया है कि उपराज्यपाल ने रेखांकित किया कि यदि मरम्मत के अभाव और चोरी के कारण मुनक नहर में 25 प्रतिशत पानी की बर्बादी और शहर में 54 प्रतिशत बेहिसाब पानी (जिसमें 40 प्रतिशत रिसाव और चोरी के मामले शामिल हैं) की समस्या पर रोक लगा दी जाए, तो दिल्ली में जल संकट अपने आप काफी हद तक सुलझ जाएगा।

दिल्ली सरकार ने पिछले एक पखवाड़े में हरियाणा पर राष्ट्रीय राजधानी के हिस्से का पानी नहीं छोड़ने का कई बार आरोप लगाया है।

आतिशी ने कहा, ‘‘वजीराबाद बैराज में पानी का स्तर कम हो गया है और मुनक नहर से कम पानी आ रहा है। हमने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि वह मुनक नहर में अधिक पानी छोड़ने के बारे में हरियाणा सरकार से बात करें। दिल्ली के सात संयंत्र पानी के लिए मुनक नहर पर निर्भर हैं। उपराज्यपाल ने हमें आश्वासन दिया है कि वह हरियाणा सरकार से बात करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि उन्होंने सक्सेना से दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में रिक्त पदों के बारे में भी बात की।

आम आदमी पार्टी की नेता ने कहा, ‘‘डीजेबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पास दो अन्य महत्वपूर्ण विभागों – वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और लोक निर्माण विभाग का भी प्रभार है। उन्होंने (सक्सेना ने) हमें आश्वासन दिया है कि वह एक ऐसे अधिकारी की नियुक्ति करेंगे जो पूरी तरह से डीजेबी के सीईओ का प्रभार संभालेगा।’’

उन्होंने कहा कि इसके अलावा डीजेबी में वित्त एवं जल निकासी मामलों के भी सदस्य नहीं हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम पिछले छह महीनों से उपराज्यपाल के समक्ष इस मुद्दे को उठा रहे हैं लेकिन नियुक्तियां नहीं की गई हैं।’’

आतिशी ने कहा, ‘‘उन्होंने (सक्सेना ने) हमें आश्वासन दिया है कि वह एक या दो दिन में इस मामले का समाधान करेंगे।’’