केंद्र की राजग सरकार ‘पंगु’; विपक्ष ने भाजपा को करारा झटका दिया: राहुल
Focus News 12 June 2024मलप्पुरम/वायनाड (केरल), 12 जून (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग सरकार ‘पंगु’ है और विपक्ष ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भगवा दल को करारा झटका दिया है।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि देश की जनता ने भाजपा और नरेन्द्र मोदी को स्पष्ट संदेश दिया है और इसलिए प्रधानमंत्री को अब अपना रवैया बदलना होगा।
कांग्रेस नेता ने राज्य के वायनाड जिले के कलपेट्टा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “सच्चाई यह है कि आज केंद्र में एक पंगु सरकार है। ‘इंडिया’ गठबंधन ने उसे इतनी बुरी तरह से हराया है कि वह ठीक से नहीं चल सकती। निश्चित रूप से यह ऐसी सरकार नहीं है जो देश का नेतृत्व करने में सक्षम हो।”
वायनाड लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार भारी अंतर से जीतने के बाद यह राज्य का उनका पहला दौरा है।
राहुल गांधी ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन ने “नरेन्द्र मोदी के विचार को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है”। उन्होंने कहा, “आज आप जिस नरेन्द्र मोदी को देख रहे हैं, वह चुनाव से पहले के नरेन्द्र मोदी से बिल्कुल भिन्न है।”
इससे पहले, उन्होंने दिन में मलप्पुरम जिले के एडवन्ना में कहा, “आप देखेंगे कि दिल्ली में जो सरकार बनी है, वह एक पंगु सरकार है। विपक्ष ने भाजपा को करारा झटका दिया है। आप देखेंगे कि नरेन्द्र मोदी का रवैया भी बदला होगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से “बुनियादी गलतफहमी”
कांग्रेस नेता ने कहा, “उन्होंने (प्रधानमंत्री और शाह) सोचा कि उनके पास राजनीतिक शक्ति है, उनके पास ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग है, इसलिए वे लोगों से अपनी बात मनवा सकता हैं। केरल, उत्तर प्रदेश और अन्य सभी राज्यों के लोगों ने प्रधानमंत्री को दिखा दिया…भारत के लोगों ने उन्हें बताया कि संविधान हमारी आवाज है। संविधान को नहीं छुएं।”
राहुल गांधी ने कहा कि सच्चाई यह है कि प्रधानमंत्री वाराणसी में हार से बाल-बाल बचे और अयोध्या में भाजपा हार गई। उन्होंने कहा, “अयोध्या के लोगों ने भी भाजपा को संदेश दिया कि हम नफरत और हिंसा को पसंद नहीं करते।”
बाद में, कलपेट्टा में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पूरे लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मीडिया, ईडी, सीबीआई और पूरा केंद्रीय प्रशासन ‘इंडिया’ गठबंधन के खिलाफ था। उन्होंने कहा, “निर्वाचन आयोग ने प्रधानमंत्री की जरूरतों के हिसाब से चुनाव कार्यक्रम तैयार किया। योजना एक बड़ा नाटक थी, जिसके अंत में प्रधानमंत्री का चुनाव वाराणसी में होना था।’’
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने चुनाव के अंत में कन्याकुमारी में ध्यान लगाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया, जबकि अन्य सभी उम्मीदवारों को प्रचार करने से मना किया गया था। लेकिन, उन्हें मीडिया का पूरा कवरेज मिला। इसके बाद भी वह वाराणसी में हार से बाल-बाल बचे।”
कलपेट्टा और एडवन्ना में गांधी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों की लड़ाई भारत के संविधान की रक्षा के लिए थी और उस लड़ाई में नफरत को प्यार और स्नेह ने तथा अहंकार को विनम्रता ने हरा दिया।
गांधी ने दोनों जगहों पर अपने भाषण के दौरान संविधान की एक प्रति दिखाई और दावा किया कि चुनाव से पहले भाजपा नेता कहते थे कि वे इसे बदल देंगे। लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी संविधान के सामने शीश नवाते नजर आए।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 10 साल से भाजपा संविधान पर हमला करती रही है। 2024 के लोकसभा चुनावों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि एक तरफ लाखों भारतीय हैं जो अपनी अलग-अलग परंपराओं, भाषाओं, संस्कृतियों और इतिहास को संरक्षित करना चाहते हैं।
राहुल ने कहा कि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री और शाह थे जिनका कहना था कि वे तय करेंगे कि कौन सी भाषा बोली जानी चाहिए और कौन सी परंपराओं का पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “भारत के लोगों ने जो सबसे बड़ा संदेश दिया, वह यह था कि हमारे पास कई परंपराएं, राज्य, धर्म और इतिहास हैं और उनमें से हर एक का सम्मान किया जाएगा।’’