केंद्र सरकार कम से कम युवाओं के मामलों को अपने चौतरफा भ्रष्टाचार से मुक्त रखे : अखिलेश यादव

लखनऊ, 17 जून (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि वह कम से कम युवाओं के मामलों को अपने चौतरफा भ्रष्टाचार से मुक्त रखे।

सपा प्रमुख ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘विभिन्न परीक्षाओं का पेपर लीक होना, परीक्षा में केंद्र से लेकर ‘सॉल्वर’ तक की धांधली होना, परीक्षा कराने वाली एजेंसी का काम शक के घेरे में आना, परिणाम में कृपांक की हेराफेरी होना, मनचाहे केंद्र मिलना, एक ही केंद्र से कई अभ्यर्थियों का चयन होना और पूरे अंक आना केवल परीक्षा प्रबंधन की समस्या नहीं है।’’

यादव ने कहा, ‘‘इन सबसे बढ़कर ये एक मानसिक त्रासदी है जिससे न केवल परीक्षा देनेवाले युवा बल्कि उनके माता-पिता भी ग्रसित हो रहे हैं।’’

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘अगर पुलिस भर्ती और नीट जैसी परीक्षाएं धांधली का शिकार होकर दोबारा आयोजित होती भी हैं तो इस बात की गारंटी कौन लेगा कि अगली बार ऐसा कुछ भी घपला-घोटाला नहीं होगा?’’

पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘जब सरकार वही है और उसकी व्यवस्था भी वही है तो ये सब धांधलियां कहीं फिर से सरकार संरक्षित ‘परीक्षा माफियाओं’ के लिए पैसा कमाने का जरिया न बन जाएं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘युवा मानस वैसे ही बहुत नाजुक होता है, ऐसे में उनको संभालना माता-पिता के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती होता है। ऐसी घटनाओं से हताश-निराश होकर जब माता-पिता खुद व्यवस्था से भरोसा खो देते हैं और उन्हें अपने बच्चों का भविष्य अंधकारमय दिखने लगता है तो भला वो क्या अपने बच्चों का सहारा बनेंगे।’’

तंज भरे लहजे में सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘इसीलिए सरकार इस संकट को एक मनोवैज्ञानिक दृष्टि से भी देखे और कम से कम युवाओं के मामलों को अपने चौतरफा भ्रष्टाचार से मुक्त रखे। ये देश के भविष्य का सवाल है।’’