लखनऊ, 12 जून (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि फैजाबाद—अयोध्या लोकसभा सीट पर सपा को जिताकर जनता ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साम्प्रदायिक और नफरत भरी राजनीति को खारिज कर दिया है।
सपा प्रमुख ने यहां पार्टी राज्य मुख्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा की ‘धांधली’ के बावजूद जनता ने सपा के पक्ष में वोट किया, इससे लोकतंत्र मजबूत हुआ है।
उन्होंने कहा, ”अयोध्या (फैजाबाद लोकसभा सीट) में सपा को मिली जीत ने भाजपा की साम्प्रदायिकता से प्रेरित और नफरत भरी राजनीति को खारिज कर दिया है। जनता के समर्थन से राजनीति को सकारात्मक दिशा मिली है।”
सपा ने हाल में हुए लोकसभा चुनाव में सबको चौंकाते हुए फैजाबाद सीट जीत ली थी। इस सीट पर सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने भाजपा के लल्लू सिंह को पराजित किया था। फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र वही इलाका है जहां अयोध्या में उच्चतम न्यायालय के आदेश पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर का निर्माण कराया है।
हालांकि भाजपा नेताओं ने लोकसभा चुनाव प्रचार में राम मंदिर निर्माण का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया था।
यादव ने कहा, ”देश की जनता ने लोकसभा चुनाव में संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए मतदान किया है। प्रदेश की जनता ने लोकसभा चुनाव में 37 सीटें देकर सपा को देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनाया है। अब जनता के प्रति समाजवादियों की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गयी है। सपा जनता के मुद्दों को लोकसभा में मजबूती से उठाएगी। जनता ने जो भरोसा दिखाया है उस पर हमें खरा उतरना है।”
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था रसातल में जा रही है। महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। केन्द्र की सरकार में पिछले 10 सालों में इतनी लूट हुई है कि गेहूं का भंडार घट गया है। विदेश से गेहूं आयात करने के हालात है। आटा महंगा होगा तो इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी ने हाल में सम्पन्न लोकसभा चुनाव में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 37 सीटें जीती हैं। इस तरह वह भाजपा और कांग्रेस के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है।