लखनऊ, सात जून (भाषा) विपक्षी दलों के समूह ‘इंडिया गठबंधन’ के प्रमुख घटक दल समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर भाजपा पर प्रशासनिक घपले का आरोप लगाते हुए गठबंधन के पराजित उम्मीदवारों को ‘सम्मांसद’ करार दिया।
यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने एक संदेश में लोकसभा चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ”हम मानते हैं कि हमारे जो भी प्रत्याशी भाजपाई-प्रशासनिक घपलों की वजह से जीत दर्ज नहीं कर पाए, दरअसल वो सब भी जीते हुए ही हैं।”
यादव ने कहा कि ”भाजपा को जो भी वोट मिला है उसका आधार जनता के वोट नहीं, बल्कि उनका प्रशासनिक तंत्र और उनकी घपलेबाजी है।”
उन्होंने कहा कि ”लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में जनता ने ‘इंडिया गठबंधन’ के प्रत्याशियों को भरपूर समर्थन व सम्मान दिया है। इसीलिए ऐसे सभी जुझारू प्रत्याशियों को हम जनता के सच्चे प्रतिनिधि के रूप में, किसी भी अन्य सांसद के बराबर मानते हुए, जनता द्वारा मत के रूप में उनको दिये गये सम्मान का मान करते हुए, आज से ‘सम्मांसद’ की जन-उपाधि से सुशोभित मानते हैं। आने वाला समय उनका ही होगा।”
इससे पहले इसी संदेश में सपा प्रमुख ने अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा ”उत्तर प्रदेश का संदेश हम सभी से नयी उम्मीदों और नयी अपेक्षाओं का जनादेश है। इस जनादेश को हम एक नये दायित्व के रूप में स्वीकार करते हैं।”
यादव ने कहा ‘इंडिया गठबंधन’ के सभी सांसद अपने कर्तव्य को बखूबी निभाएंगे, जनता हमारी प्राथमिकता है और सदैव रहेगी।
उन्होंने लिखा, “ज़िम्मेदारी के इस नये अहसास के साथ उत्तर प्रदेश के इंडिया गठबंधन के समस्त ‘मत निर्वाचित’-नव निर्वाचित सांसदों को बधाई और जनसेवा व सामाजिक न्याय के मिशन के संकल्प के साथ पीडीए परिवार को और भी मजबूत करके संविधान-लोकतंत्र-आरक्षण की रक्षा-सुरक्षा के लिए निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए अनंत शुभकामनाएं!”
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ”सदैव याद रखें हर शोषित, पीड़ित, वंचित की सेवा ही हम सबका सर्वप्रथम कर्तव्य है।”
उन्होंने कहा कि ”समस्त ‘मन निर्वाचित’-नवनिर्वाचित सम्मांसदों को भी बधाई! इन समस्त मन-निर्वाचित सम्मांसदों को भी जनता से जुड़े रहने और हर शोषित, पीड़ित, वंचित की सेवा में लगे रहने के लिए अनंत शुभकामनाएं!”
हर वर्ग के प्रति आभार प्रकट करते हुए यादव ने कहा कि ”और एक बार फिर से प्रदेश के सभी किसान, मज़दूर, कारीगर, महिला, युवा, व्यापारी-कारोबारी, नौकरीपेशा, सरकारी कर्मचारी-अधिकारी के रूप में समस्त समझदार मतदाताओं को, इन सभी ‘सांसदों’ और ‘सम्मांसदों’ को मत और मन से चुनने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद-शुक्रिया और हृदय से आभार!”
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को कुल 36 सीटें मिली जिसमें 33 सीटें भाजपा, दो उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल और एक सीट अपना दल (एस) को मिली है।
वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन ने कुल 43 सीटें जीतीं जिसमें समाजवादी पार्टी को 37 और सहयोगी कांग्रेस को छह सीटें मिली हैं। एक सीट अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरे प्रमुख दलित नेता चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) को मिली है।