नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) आकासा एयर के सह-संस्थापक आदित्य घोष ने बताया कि एयरलाइन मुनाफे की राह पर है और वह दक्षिण एशिया तथा दक्षिण-पूर्व एशिया सहित अधिक अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरेगी।
आकासा एयर के पास 24 विमानों का बेड़ा है और उसके 4,000 से अधिक कर्मचारी हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में घोष ने कहा कि भारत में एयरलाइंस उद्योग तेजी से बढ़ रहा है।
घोष ने अन्य भूमिकाओं के अलावा, 2018 तक दस वर्ष इंडिगो के अध्यक्ष और पूर्णकालिक निदेशक के रूप में कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि आकासा को ग्राहक केंद्रित और कर्मचारी केंद्रित संगठन बनाने के साथ ही वित्तीय रूप से टिकाऊ व्यवसाय बनाना भी महत्वपूर्ण है।
घोष ने इस बात पर जोर दिया कि आकासा एयर लाभप्रदता के मार्ग पर है।
उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि आकासा में हम लाभप्रदता के रास्ते पर हैं… हम इस पर दृढ़ता से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं… हमने बेहतर परिचालन भरोसा, सबसे कम ग्राहक शिकायतें, उच्चतम लोड कारक, सबसे कम रद्दीकरण देखा है।”
एयरलाइन के पास इस समय 24 छोटे आकार के बोइंग 737 मैक्स विमानों का बेड़ा है।
घोष ने कहा, ”हमने दोहा के लिए उड़ान भरना शुरू कर दिया है, जेद्दा के लिए उड़ानों की घोषणा की है, हम पश्चिम एशिया में और अधिक गंतव्यों पर जाने वाले हैं। हम दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में भी जाएंगे। साथ ही भारत के छोटे शहरों में भी विस्तार करेंगे, क्योंकि वहां बहुत संभावनाएं हैं।”
एयरलाइन 15 जुलाई से जेद्दा के लिए उड़ानें शुरू करेगी। इसके पास कुवैत और रियाद के लिए यातायात अधिकार भी हैं।
यह पूछने पर कि क्या आकासा एयर अपने बेड़े में चौड़े आकार के विमान भी शामिल कर सकती है, उन्होंने कहा कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले व्यवसाय मॉडल एक प्रकार के बेड़े पर केंद्रित रहते हैं।