प्रधानमंत्री मोदी के पुनर्निर्वाचन से भारत को अगले पांच वर्ष फिर स्थिरता मिलेगी: भारतीय-अमेरिकी लेखक

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वाशिंगटन, 30 मई (भाषा) भारतीय मूल के एक प्रभावशाली अमेरिकी लेखक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने 10 साल के शासन के दौरान विकास पर ध्यान केंद्रित किया है और तीसरी बार उनके निर्वाचन से भारत को अगले पांच साल तक फिर स्थिरता मिलेगी। साथ ही उन्हें देश के समक्ष मौजूद कुछ प्रमुख चुनौतियों से निपटने का अवसर भी मिलेगा।

प्रिंसटन निवासी भारतीय-अमेरिकी लेखक राजीव मल्होत्रा ​​ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘भारत इन सभी चुनौतियों (देश के बाहर से मिलने वाली चुनौतियों) का डटकर मुकाबला कर सकता है। भारत, मोदी सरकार के कारण इन सभी चुनौतियों का मुकाबला कर सकता है। लोगों के तमाम दावों, तर्कों और आलोचनाओं के बावजूद हकीकत यही है कि उन्होंने विकास किया है लेकिन और अधिक विकास की आवश्यकता है।’’

मल्होत्रा ​​ने पिछले कुछ दशक में भारतीय संस्कृति और समाज के पश्चिमी अकादमिक अध्ययन के विरोध में कई किताबें लिखी हैं। ‘स्नेक इन द गंगा: ब्रेकिंग इंडिया 2.0’ उनकी नवीनतम पुस्तक है।

उन्हों​​ने भारतीय मीडिया की खबरों का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि मोदी तीसरी बार सत्ता में आ रहे हैं, अपने दो कार्यकाल के दौरान मोदी सरकार ने विकास किया है जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ मिला है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप आंकड़ों के आधार पर देख सकते हैं कि गरीबों से लेकर अल्पसंख्यकों तक समाज के हर वर्ग को लाभ मिला है। आप संख्यात्मक रूप से दिखा सकते हैं कि अब उनके पास सड़कें, साफ पानी, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, भोजन और शिक्षा है। तो लोगों को कहना होगा कि इस सरकार ने काम किया है जबकि पिछली सरकार गरीबी से लड़ने आदि के नारे लगा रही थी लेकिन काम नहीं कर रही थी।’’

मल्होत्रा अमेरिका में ‘इनफिनिटी फाउंडेशन’ के प्रमुख है। उन्होंने ​​विदेश मंत्री एस. जयशंकर के हालिया बयान से सहमति जताई कि बाहरी ताकतों ने भारतीय चुनाव के परिणामों को प्रभावित करने की कोशिश की है।

मल्होत्रा ने कहा, ‘‘सबसे पहले मैं यह कहना चाहता हूं कि मुझे जयशंकर की योग्यता, उनकी निर्भीकता और उनकी हाजिर जवाबी पसंद है। यह सब अच्छा है। लेकिन मैं यह कहूंगा कि मेरी एक आलोचना है कि वह पूर्वानुमान लगाने में सक्षम नहीं हैं। वह प्रतिक्रिया दे सकते हैं। वह यह पूर्वानुमान लगाने में असमर्थ हैं कि कमजोरियां कहां हैं, अगला हमला कहां से होने वाला है, बुरे लोग कौन हैं और इसे अंजाम देने वाले कौन हैं।’’

मल्होत्रा ने आरोप लगाया कि कारोबारी समूह रिलायंस ग्रुप अमेरिका में भारत विरोधी प्रोफेसर का वित्तपोषण कर रहा है।

लेखक ने कहा,‘‘ स्टैन्फोर्ड के प्रोफेसर (विक्टर डेविड) हैनसन विश्वभर में भारत विरोधी, हिंदू विरोधी मुखर शख्स में से एक हैं। उन्हें स्टैन्फोर्ड में रिलायंस धीरूभाई अंबानी प्रोफेसर कहा जाता है। हिंदुत्व को नुकसान पहुंचाने वाली बातों और उन सभी चीजें में वे आगे हैं। आप उनके शोधपत्र पढ़िए, वहां यह सब प्रमुखता से मिलेगा।’’

मल्होत्रा ने कहा, ‘‘ उनका मानना ​​है कि यह संपूर्ण हिंदू पुनरुत्थान और हिंदू राष्ट्र का विचार, आरएसएस और मोदी वास्तव में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं। उनके खिलाफ प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। वे नाजी लोगों का एक समूह है। ऐसा नहीं है कि इसे पढ़ते समय आपको बहुत संवेदी होना होगा बल्कि यह वहां बहुत स्पष्ट है।’’

लेखक ने कहा,‘‘ ये लोग धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग में जाकर भाषण देते हैं। वे अमेरिकी सीनेट और कांग्रेस से बात करते हैं। वे वही हैं जिन्हें भारत के सभी दुश्मन समर्थन दे रहे हैं, चाहे वह आईएसआई हो, चाहे कश्मीर के अलगाववादी हों, चाहे खालिस्तानी हों। वे इस तरह की बातें उद्धृत करना पसंद करते हैं और आश्चर्यजनक रूप से इस पर अंबानी का नाम है।’’