केप कैनावेरल (फ्लोरिडा), 15 मई (एपी) सूर्य से मंगलवार को जो सौर ज्वाला निकली वह पिछले लगभग दो दशकों में पैदा हुई सबसे बड़ी सौर ज्वाला थी।
कुछ दिन पहले ही पृथ्वी पर भयंकर सौर तूफान का प्रभाव पड़ा था। इसकी वजह से ऐसे स्थानों पर भी चमकदार नॉर्दर्न लाइट्स पैदा हो गयी थीं, जहां पहले कभी ऐसा नहीं देखा गया था।
‘नेशनल ओशेनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन’ (एनओएए) ने एक अद्यतन जानकारी में कहा ‘‘ऐसा अभी तक नहीं हुआ….!”
एनओएए के अनुसार, यह 11 साल के इस सौर चक्र की सबसे बड़ी चमक है, जो अपने चरम पर पहुंच रही है। अच्छी खबर यह है कि पृथ्वी इस बार आग के प्रभाव क्षेत्र से बाहर होनी चाहिए, क्योंकि सूर्य के एक हिस्से पर भड़की ज्वाला पृथ्वी से दूर है।
नासा की सोलर डायनेमिक्स वेधशाला ने ज्वाला की ‘एक्स-रे’ चमक को कैमरे में कैद किया। यह साल 2005 के बाद सबसे ज्यादा चमकदार थी।
कोलोराडो के बोल्डर में एनओएए के ‘स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर’ में ब्रायन ब्रैशर ने कहा कि जब वैज्ञानिक अन्य स्रोतों से आंकड़े इकट्ठा करेंगे तो संभवत: इसकी चमक की गहनता को लेकर और ज्यादा जानकारी मिले।
नासा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर, सात अंतरिक्ष यात्रियों को मजबूत विकिरण सुरक्षा वाले क्षेत्रों में रहने की सलाह दी गई थी। हालांकि नासा ने कहा है कि चालक दल कभी भी किसी खतरे में नहीं था।