रुपया एक पैसे की बढ़त के साथ 83.50 प्रति डॉलर पर

मुंबई, 15 मई (भाषा) अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बुधवार को रुपया एक पैसे की तेजी के साथ 83.50 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। अमेरिकी मुद्रा के अपने उच्चतम स्तर से नीचे आने के बाद रुपये में मामूली तेजी देखी गई।

हालांकि, विदेशी कोषों की निकासी और घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुझान का रुपये पर असर पड़ा।

विदेशी मुद्रा व्यापारियों के अनुसार, विदेशी निवेशकों द्वारा डॉलर खरीदने और भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) द्वारा डॉलर की बिकवाली के कारण, डॉलर/रुपये जोड़ी के थोड़ा कमजोर पूर्वाग्रह के साथ एक सीमित दायरे में रहने की उम्मीद है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.49 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान 83.51-83.47 प्रति डॉलर के दायरे में कारोबार करने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले एक पैसे की तेजी के साथ 83.50 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।

शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से रुपये में तेजी आई। हालांकि, कमजोर घरेलू बाजारों और एफआईआई की बिकवाली ने तेज बढ़त पर रोक लगा दी।

चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण रुपया थोड़ा नकारात्मक पूर्वाग्रह के साथ कारोबार करेगा और उम्मीद है कि अगर मुद्रास्फीति स्थिर रही और खुदरा बिक्री में उछाल आया तो अमेरिकी डॉलर फिर से बढ़ सकता है।’’

उन्होंने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी और कच्चे तेल कीमतों में तेजी से रुपये की धारणा पर भी असर पड़ सकता है।

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.85 रह गया।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.18 प्रतिशत की तेजी के साथ 82.53 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 117.58 अंक की गिरावट के साथ 72,987.03 अंक पर बंद हुआ।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को पूंजी बाजर में बिकवाल रहे और उन्होंने शुद्ध रूप से 4,065.52 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।