बीजिंग, 16 मई (भाषा) यूक्रेन युद्ध में रूस के प्रति अपना समर्थन वापस लेने के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ की ओर से पड़ रहे दबाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने बृहस्पतिवार को अपने रणनीतिक संबंधों के भविष्य पर बातचीत की।
सत्ता में पांचवीं बार फिर से चुने जाने के कुछ दिनों बाद पुतिन अपनी पहली विदेश यात्रा पर चीन पहुंचे हैं।
ऐतिहासिक ‘ग्रेट हॉल ऑफ पीपल’ में पुतिन के पहुंचने के तुरंत बाद शी ने एक स्वागत समारोह की मेजबानी की जिसमें ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए)’ की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सम्मान दिया गया।
पंद्रह मिनट के समारोह के बाद दोनों नेता बातचीत के लिए चले गए।
रूसी राष्ट्रपति के विदेश नीति मामलों के सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि चीन को पुतिन की पहली विदेश यात्रा के लिए अचानक नहीं चुना गया था बल्कि पिछले साल अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने के बाद शी द्वारा इसी तरह का मैत्रीपूर्ण कदम उठाने की प्रतिक्रिया में इसे निर्धारित किया गया है।
उशाकोव ने कहा कि चीन के साथ बातचीत का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बंद कमरे में अनौपचारिक वार्ता होगी और दोनों नेता यूक्रेन पर महत्वपूर्ण बातचीत करेंगे।
रूसी राष्ट्रपति एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल लेकर आए हैं जिसमें पांच उप प्रधानमंत्री, आर्थिक, राजनयिक और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों के साथ-साथ सैन्य-तकनीकी सहयोग संघीय सेवा के प्रमुख, रूसी रेलवे, रोसाटॉम परमाणु ऊर्जा निगम और रोस्कोस्मोस स्टेट कोरपोरेशन फॉर स्पेस एक्टीविटीज के प्रमुख शामिल हैं। रूसी समाचार एजेंसी तास ने यह जानकारी दी।
द्विपक्षीय वार्ता में यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध से उत्पन्न रणनीतिक माहौल के अलावा व्यापार और आर्थिक सहयोग पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है जिससे चीन पर मॉस्को से दूरी बनाने के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ का दबाव भी शामिल है।