अपनी सोच को सदैव सकारात्मक रखें, ऐसी सोच जो आपको स्वयं पर विश्वास करना सिखाएं और प्रेरित करें कि आप स्वयं में महत्वपूर्ण हैं।
आपको खूबसूरत आपके नैन-नक्श, रंगत, महंगे से महंगे ब्यूटी प्रॉडक्ट्स नहीं बल्कि आपकी सोच आपके ख्यालात आपको खूबसूरत और बदसूरत बनाते हैं, और ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कैसा दिखना पसंद करते हैं।
विपरीत परिस्थितियों में आपके स्वभाव की सहजता आपके मज़बूत व्यक्तित्व को अभिव्यक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आपका स्वभाव आपकी दशा और दिशा दोनों को बदलने की भरपूर क्षमता रखता रखता है।
निंदा वही लोग करते हैं, जिनमें आत्मविश्वास का पूर्णत: अभाव होता है, इसलिए किसी की निंदा करने के विपरीत स्वयं में आत्मविश्वास की भावना का विकास करें।
जिंदगी में बेहतर नजऱ आने का मतलब ये नहीं होना चाहिए, कि आपकी बनावट में आपका अपना वजूद ही गुम हो जाए, बदलाव आपके अंदर से आना चाहिए न कि दूसरों के कहने से।
जीवन में निरंतर हो रहे बदलावों को स्वीकार करना आपकी विवशता हो सकती है लेकिन आपकी विशेषता तभी है जब आप उन बदलावों को सहजता से स्वीकार करें बिना अपने व्यक्तित्व की स्वाभाविकता को खोये।
जीवन के किसी भी मोड़ पर नयी शुरुआत करना, आपके आत्मविश्वास को ही नहीं वरन् आपके जीवन के प्रति प्रेम को भी प्रदर्शित करता है।
जिस दिन आप जिंदगी से लेने के विपरीत जिंदगी को देना सीख जाएंगे उस दिन आपको जिंदगी से शिकायत नहीं रहेगी।
जो स्वयं अपने निर्णय लेने में अक्षम होते हैं वही दूसरों के लिए गये निर्णय पर सिर झुकाते हैं, दरअसल निर्णय लेने वाला अपने अच्छे बुरे परिणाम को स्वीकार करने की क्षमता रखता है, जबकि निर्णय न लेने वाला नहीं दूसरों का मुँह देखता है, अंतर स्पष्ट है बस समझना आपको है।
शिक्षा आपकी शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण होती है जबकि आपकी सोच आपके सम्पूर्ण व्यक्तित्व की, यही कारण है कि लोग शिक्षित होकर भी अपनी सोच से विकलांग होते हैं और कुछ लोग अशिक्षित होकर भी शिक्षित होते है, क्योंकि सोच से शिक्षित होना ही शिक्षित होना है, वास्तव में अगर आप सही ग़लत में अंतर करना नहीं जानते हैं तो आप निश्चित ही शिक्षित होकर भी अशिक्षित हैं।
सोच की निर्बलता आपके व्यक्तित्व को ही महत्वहीन नहीं बनाती बल्कि आपकी कामयाबी के खुलने वाले मार्ग को भी अवरूद्ध कर देती है।
जीवन की सार्थकता इसी में है कि आप अपने आज को कल से बेहतर ढंग से अभिव्यक्त करने की
ईमानदार कोशिश करें।
अगर जिंदगी आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रही है तो आप जिंदगी की उम्मीदों पर खरा उतर कर दिखा सकते हैं, क्योंकि जिंदगी भी आपसे वैसी ही उम्मीदें रखती है जैसी कि आप उससे रखते हैं।
अपने प्रयासों को सही दिशा प्रदान करने के लिए अपने लक्ष्य पर पूरी नजऱ रखें।
जीवन में कोई भी फैसला लेकिन अपनी अंतरात्मा की आवाज को कभी भी नजर अंदाज न करें।
जिंदगी का मुश्किल सफऱ भी आसान और खूबसूरत हो जाता है,जब आपके पास ख़ुशगवार यादों का साथ होता है, इसलिए जिंदगी
छोटी हो या बड़ी यादगार बनाएं।
इसमें कोई दो राय नहीं है, कि स्वयं में किये जाने वाले छोटे-छोटे सुधार भी जीवन में परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।