काठमांडू, नेपाल ने मंगलवार को अपना 17वां गणतंत्र दिवस मनाया और इस मौके पर राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने कहा कि संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र प्रणाली ने देश में पूर्ण राजनीतिक अधिकार सुनिश्चित किए हैं। वहीं प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने कहा कि गणतंत्र प्रणाली सिर्फ राजनीतिक प्रणाली नहीं बल्कि एक जीवनशैली भी है।
नेपाल की संसद ने 17 वर्ष पहले 2008 में‘पीपुल्स मूवमेंट द्वितीय’ के सफल समापन के बाद, एक ऐतिहासिक घोषणा के जरिये 240 साल पुराने राजशाही तंत्र को समाप्त कर दिया था। नेपाल को 28 मई 2008 को एक संघीय गणराज्य लोकतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था।
विक्रम संवत कैलेंडर के अनुसार, जेष्ठ 15 मंगलवार को नेपाल तीन दिनों तक जारी रहने वाले उत्सव के साथ 17वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
राष्ट्रपति पौडेल ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में कहा कि संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य प्रणाली ने देश में पूर्ण राजनीतिक अधिकार सुनिश्चित किए हैं।
उन्होंने कहा, ”समृद्ध भविष्य के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ने का यह सुनहरा अवसर है।”
राष्ट्रपति ने कहा, ”हमने 17 वर्ष पहले इसी दिन आजादी के साथ-साथ गणतंत्र प्रणाली भी हासिल की थी। इस दिन नेपाली नागरिकों को सर्वोच्च माना गया और सामाजिक न्याय के साथ-साथ एक उदार, समावेशी लोकतांत्रिक गणराज्य नेपाल की नींव रखी गयी।”
प्रधानमंत्री ‘प्रचंड’ ने कहा कि गणतंत्र प्रणाली कोई राजनीतिक प्रणाली नहीं बल्कि एक जीवनशैली है। उन्होंने तर्क दिया कि समाज के सभी वर्गों में गणतंत्रीय जीवनशैली के विकास के साथ नागरिक स्तर पर गणतंत्र प्रणाली को संस्थागत बनाया गया है।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा, ”गणतंत्र का मतलब दूसरों के अधिकारों का सम्मान करते हुए अपने अधिकारों का सर्वोत्तम उपयोग करना है और इससे भी अधिक संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य स्थानीय स्वायत्तता और बुनियादी मुद्दों पर आत्मनिर्णय का अधिकार भी है। इसलिए सरकार अपनी योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ प्रयास कर रही है।”
सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया है।