नयी दिल्ली, 23 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ग़ैर-संवैधानिक तरीक़े से तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया और दावा किया इसी प्रकार ‘इंडिया’ गठबंधन मुस्लिम लीग के एजेंडे को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय की ओर से पश्चिम बंगाल में 2010 से कई वर्गों को दिए गए ओबीसी दर्जे को अवैध करार दिए जाने के एक दिन बाद नड्डा ने एक बयान में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और इस मामले में उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया।
उन्होंने कहा, ‘‘कलकत्ता उच्च न्यायालय का ये निर्णय बताता है कि ममता सरकार ग़ैर-संवैधानिक तरीक़े से तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ा रही थी। एक तरह से कहा जाये तो तृणमूल कांग्रेस, मुस्लिम लीग के एजेंडा को आगे बढ़ा रही थी।’’
भाजपा अध्यक्ष ने संविधान का हवाला देते हुए कहा कि इसमें साफ लिखा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता ‘लेकिन ये ‘इंडी’ गठबंधन मुस्लिम लीग के एजेंडे (जिस एजेंडे के तहत भारत का विभाजन हुआ) को फिर से आगे बढ़ाने का काम कर रहा है’।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में 2010 से कई वर्गों को दिए गए ओबीसी दर्जे को अवैध करार दिया। अदालत ने कहा कि सूची में मुसलमानों के 77 वर्गों को शामिल करना उन्हें वोट बैंक के रूप में मानने के लिए था।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए बनर्जी ने कहा था कि वह आदेश को ‘स्वीकार नहीं करेंगी’ और इसे ऊपरी अदालत में चुनौती देंगी।
बनर्जी के इस बयान को संविधान का ‘अपमान’ करार देते हुए नड्डा ने सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री संविधान से ऊपर हैं?
उन्होंने पूछा, ‘‘क्या संविधान के तहत काम करना उनका (बनर्जी) काम नहीं है? क्या संविधान की रक्षा करना उनका काम नहीं है? ममता बनर्जी जी को पता होना चाहिए कि संविधान से ऊपर कोई भी नहीं है। ममता बनर्जी भी संविधान की रक्षा की शपथ लेकर ही मुख्यमंत्री बनी हैं। ममता बनर्जी का यह बयान संविधान का अपमान है।’’
भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया पश्चिम बंगाल में भी जनता बनर्जी की तुष्टिकरण की राजनीति के खिलाफ मतदान कर रही है और लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की करारी हार तय है।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि ऐसे मुद्दों पर जब उच्च न्यायालय का फैसला आता है और ‘इंडी’ गठंबंधन के मुस्लिम तुष्टीकरण का पर्दाफाश होता है तथा ‘इंडी’ गठबंधन की गतिविधियों में तुष्टीकरण की राजनीति स्पष्ट दिखाई देती है तो संविधान की पुस्तिका लेकर फिरते रहने वाले चुप्पी साध लेते हैं।