शिमला,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर पिछले साल आई बाढ़ के पीड़ितों के लिए केंद्रीय सहायता राशि चुनिंदा रूप से वितरित करने का आरोप लगाया और वादा किया कि सत्ता में लौटने के बाद यह पता लगाया जाएगा कि पैसा कहां गया।
राज्य की कांग्रेस सरकार ने कहा कि उसने अपने खजाने से बाढ़ पीड़ितों के लिए विशेष सहायता के हिस्से के रूप में 4,500 करोड़ रुपये आवंटित किए। कांग्रेस सरकार ने केंद्र पर विशेष राहत पैकेज और आपदा को ‘राष्ट्रीय आपदा’ घोषित नहीं करने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने पहले कहा था कि केंद्र ने पीड़ितों के लिए 1,762 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उसके मुताबिक, केंद्र ने इसके अलावा 2,300 सड़कों और 11,000 घरों के निर्माण के लिए धन जारी किया है। भाजपा की ओर से राज्य सरकार पर केंद्रीय धन की ‘बंदरबाट’ का भी आरोप लगाया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पालमपुर अधिवेशन में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पारित संकल्प का जिक्र करते हुए मोदी ने मंडी में एक चुनावी रैली के दौरान हिमाचल प्रदेश को राम मंदिर निर्माण के लिए ‘संकल्प भूमि’ कहा।
मोदी ने कहा, ‘‘पालमपुर यहां से ज्यादा दूर नहीं है। मैं आज याद दिलाना चाहता हूं कि पालमपुर में भाजपा की कार्यसमिति की बैठक थी, उसमें जो निर्णय हुआ था, उससे एक इतिहास रचा गया था। इसी अधिवेशन में भाजपा ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था। यानी हिमाचल राम मंदिर के निर्माण की संकल्प भूमि है।
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने जून 1989 में पालमपुर की बैठक के दौरान राम मंदिर निर्माण के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था।
मोदी ने यह भी कहा कि मंडी निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार कंगना रनौत युवाओं और ‘हमारी बेटियों’ की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करती हैं।
उन्होंने मतदाताओं से रनौत के खिलाफ अपमानजनक बयान देने के लिए कांग्रेस को करारा जवाब देने का आग्रह किया। मोदी ने रनौत के खिलाफ की गई टिप्पणियों को मंडी और हिमाचल प्रदेश का अपमान भी करार दिया।
मोदी ने कहा, ‘‘मुझ पर एक एहसान कीजिए, सभी गांवों में मंदिरों में जाइए और विकसित देश के लिए सभी देवी-देवताओं से आशीर्वाद मांगिए। कंगना आपकी आवाज बनेंगी और मंडी के विकास के लिए काम करेंगी।’’