मुंबई, भारतीय कपास संघ (सीएआई) ने शनिवार को अनुमान लगाया कि 24 सितंबर को समाप्त होने वाले फसल वर्ष 2023-24 के दौरान कपास निर्यात लगभग 27 प्रतिशत बढ़कर 28 लाख गांठ हो जाएगा।
सीएआई ने कहा कि फसल सत्र 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) में कपास का निर्यात 22 लाख गांठ था। एक गांठ 170 किलोग्राम के बराबर होती है।
सीएआई के अध्यक्ष अतुल गनात्रा ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘दिसंबर 2023 से मार्च 2024 के दौरान कीमतें अंतरराष्ट्रीय कीमतों की तुलना में 8-10 प्रतिशत कम होने के कारण भारतीय कपास की मांग बढ़ गई। हमारा कपास मुख्य रूप से बांग्लादेश, चीन और वियतनाम जैसे देशों को निर्यात किया जाता है।’’
इस बीच, सीएआई ने वर्ष 2023-24 के लिए कपास उत्पादन 309.70 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया है, जो पिछले महीने के अनुमान के समान है। हालांकि उत्पादन पिछले सत्र के 318.90 लाख गांठ से कम रहने की उम्मीद है।
अप्रैल 2024 के अंत तक कुल कपास आपूर्ति 315.86 लाख गांठ होने का अनुमान है।
अप्रैल 2024 तक कपास की अनुमानित खपत 192.50 लाख गांठ है जबकि निर्यात 21.50 लाख गांठ आंका गया है।