विनोद खन्ना भारत के सबसे खूबसूरत हीरो,इतने खूबसूरत कि उनका सिर्फ चेहरा ही वो रोमांच पैदा कर देता था जो कई हीरो डायलॉग बोलने पर भी नही कर पाते थे,इसलिए ज्यादातर फिल्मों में उनकी एंट्री भी ऐसी होती थी कि पहले शॉट में उनका सिर्फ चेहरा ही दिखाया जाता था डायलॉग बाद में, चाहे मुकद्दर का सिकंदर हो या फिल्म कुदरत पहले शॉट में उनको सिर्फ दिखाया गया है।उनकी एपियरेंस ही हलचल पैदा कर देती थी। चेहरे के साथ उनकी बॉडी भी बहुत सुगठित थी और हाइट भी अच्छी खासी कुल मिलाकर कंप्लीट हीरो।उनसे पहले धर्मेंद्र में वो सारी बातें थीं लेकिन विनोद के साथ काम करने के बाद धर्मेंद्र ने खुद कहा कि हमने आज तक इतना सुंदर जवान मर्द नही देखा।उनकी पर्सनेलिटी में ब्यूटी और टफनेस दोनों का अद्भुत संगम था जो परदे पर ऐसा रोमांच पैदा करता कि विलेन होने के बाद भी दर्शक उन्ही की तरफ हो जाते थे,इसी कारण उनको हीरो के ऑफर मिलने लगे और फिर बन गए सबसे बड़े हीरो।एक ज़माने में विनोद अमिताभ की बराबरी पर आ चुके थे लेकिन फिर सन्यास लेकर चले गए.. खैर, कुदरत ने उनको हीरो बनने के लिए ही भेजा था इसलिए फिर उनकी वापसी हुई और आते से ही उन्होंने फिर तहलका मचा दिया सत्यमेव जयते,जुर्म,दयावान जैसी कई हिट फिल्मों की लाइन लगा दी ।लोगों ने उनको फिर से सर आंखों पर बैठाया लेकिन तभी उनका विवाद एक महिला मंत्री से हो गया और ठान लिया कि इसको मैं मंत्री बनकर दिखाऊंगा और फिर उसी महिला नेत्री के खिलाफ चुनाव लडे उनको हराया और मंत्री भी बन गए लेकिन कुदरत ने उनको हीरो बनने के लिए ही भेजा था इसलिए फिर से फिल्मों में वापस आए और दबंग जैसी फिल्म में हिट भी हुए ।हालांकि तब तक सीनेरियो चेंज हो चुका था और उनकी उम्र भी हो चुकी थी इसलिए उन्होंने साइड रोल करना शुरू किए सब कुछ अच्छा चल भी रहा था लेकिन तभी उनको कैंसर डायग्नोस हो गया फिर एक और सितारा टूट गया,एक सुपर हीरो छूट गया लेकिन वो आज भी हमारे दिलों में हैं,यादों में हैं क्योंकि कुदरत ने उनको हीरो बनने के लिए ही भेजा था,वो जब भी याद किए जाएंगे तब उनकी खूबसूरती की बात जरूर होगी क्योंकि आज भी उनसे ज्यादा खूबसूरत कोई नहीं है।