चंडीगढ़, 2022 में आम आदमी पार्टी (आप) के गुरमीत सिंह खुड्डियां ने अपने पहले चुनाव में पांच बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को हराया था और दो साल बाद अब उनका मुकाबला बादल की बहू हरसिमरत कौर से होने जा रहा हैं।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के संरक्षक दिवंगत प्रकाश सिंह बादल की बहू हरसिमरत कौर बठिंडा से तीन बार सांसद चुनी गई हैं। बठिंडा सीट को शिरोमणि अकाली दल का गढ़ माना जाता है। आम आदमी पार्टी ने इस सीट से पंजाब की भगवंत मान सरकार में कृषि मंत्री खुड्डियां को चुनाव मैदान में उतारा है।
खुड्डियां ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मैं बठिंडा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने और मुझ पर भरोसा जताने के लिए पार्टी का आभारी हूं।”
उन्होंने कहा कि पंजाब में आप सरकार के दो साल के कामकाज पर लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी है।
पहली बार विधायक बने 61 वर्षीय खुड्डियां ने बठिंडा सीट जीतने का भरोसा जताते हुए कहा, “लोग हम पर भरोसा करते हैं और वे जानते हैं कि हम उनके कल्याण के लिए ईमानदारी से काम करते हैं। मैं सरकार के दो साल के काम के आधार पर, लोगों के पास जाकर उनसे वोट मांग रहा हूं।”
खुड्डियां पहली बार सुर्खियों में तब आए जब उन्होंने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में 11 बार के विधायक प्रकाश सिंह बादल को उनके गृह क्षेत्र लांबी सीट पर 11,396 वोटों के अंतर से हराया।
अपनी सरकार के काम के बारे में खुड्डियां कहते हैं कि हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है और आम आदमी क्लीनिक चल रहे हैं। उनके अनुसार, आम आदमी क्लीनिक में मुफ्त इलाज, जांच, दवाओं की सुविधा मिलने से लोगों को बहुत लाभ हो रहा है। उन्होंने बताया कि आम ने 800 से अधिक आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए हैं।
उनके अनुसार, राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी योजना चलाई जा रही है।
बठिंडा संसदीय क्षेत्र शिअद का गढ़ माना जाता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल 2009 से इस सीट से सांसद हैं। अकाली दल ने उन्हें फिर से इस सीट से उम्मीदवार बनाया है।
भाजपा उम्मीदवार और पूर्व आईएएस अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू, कांग्रेस के जीत मोहिंदर सिद्धू और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार लाखा सिधाना भी मैदान में हैं।
बठिंडा में एक जून को मतदान होगा। इसी दिन पंजाब की 12 अन्य लोकसभा सीटों के लिए भी मतदान होना है।