थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थकसिन शिनवात्रा पर राजशाही को बदनाम करने के लिए चलेगा मुकदमा

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बैंकॉक,  थाईलैंड के अभियोजकों ने बुधवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री थकसिन शिनवात्रा पर अन्य आरोपों में पैरोल पर रिहा होने के तीन महीने बाद राजशाही को बदनाम करने के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।

अटॉर्नी जनरल कार्यालय के एक प्रवक्ता प्रयुत बेजरागुना ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि थकसिन पर अभी अभियोग नहीं चलाया जाएगा क्योंकि उन्होंने बुधवार को इस सबूत के साथ अदालत में अपनी पेशी स्थगित करने का अनुरोध किया है कि वह कोविड-19 से संक्रमित हैं।

प्रयुत ने बताया कि अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने थकसिन के लिए मुकदमे में पेश होने के वास्ते 18 जून की तारीख तय की है। थकसिन पर कम्प्यूटर अपराध अधिनियम का उल्लंघन करने के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।

थकसिन 2008 से खुद ही निर्वासित जीवन जी रहे थे लेकिन वह पिछले साल अगस्त में भ्रष्टाचार से संबंधित अपराधों में आठ साल की जेल की सजा काटने के लिए थाइलैंड लौटे। उन्हें बैंकॉक के एक अस्पताल से फरवरी में पैरोल पर रिहा किया गया जहां उन्होंने छह महीने का वक्त बिताया।

देश लौटने पर उन्हें खराब सेहत के आधार पर जेल से तुरंत अस्पताल ले जाया गया और करीब एक सप्ताह बाद राजा महा वजीरालोंगकोर्न ने उनकी सजा घटाकर एक साल कर दी। थकसिन (74) को उनकी उम्र और खराब सेहत के कारण इस महीने की शुरुआत में पैरोल दे दी गयी।

पैरोल पर आने के बाद अटॉर्नी जनरल के कार्यालय ने कहा कि उसने उन आरोपों की जांच फिर से शुरू की कि क्या थकसिन ने करीब नौ साल पहले राजशाही को बदनाम करने के लिए कानून का उल्लंघन किया था। यह अपराध दंडनीय है जिसमें 15 साल तक की सजा का प्रावधान है।

अभियोजक कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि थकसिन पर मुकदमा चलाने के लिए अटॉर्नी जनरल के पास पर्याप्त सबूत हैं। उन्होंने बताया कि अभियोजकों ने अगले महीने अदालत में पेश करने के लिए अपने बयान और दस्तावेज तैयार कर लिए हैं।