चंडीगढ़, पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने बृहस्पतिवार को किसान संगठनों से आग्रह किया कि वे एक जून को होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के प्रचार में व्यवधान उत्पन्न करने से बचें।
सीईओ सिबिन सी ने यहां अपने कार्यालय में किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। बैठक के दौरान सीईओ ने किसान संगठनों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने और राज्यभर में उम्मीदवारों के प्रचार को बाधित करने से परहेज करने का आग्रह किया।
इससे कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पंजाब इकाई के प्रमुख सुनील जाखड़ ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी और दावा किया था कि उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को राज्य में चुनाव प्रचार करने से रोका जा रहा है।
किसानों के प्रतिनिधिमंडल की सीईओ के साथ बैठक के बाद किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि उम्मीदवारों से सवाल पूछना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।
राजेवाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जनता को उनसे सवाल पूछने का अधिकार है और यह पहली बार हो रहा है।’’
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने आश्वासन दिया कि वे शांतिपूर्ण तरीके से काम करेंगे।
लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान भाजपा उम्मीदवारों और नेताओं को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विरोध के तहत किसान भाजपा नेताओं से सवाल पूछ रहे हैं और उन्हें काले झंडे दिखा रहे हैं।
जाखड़ के नेतृत्व में छह मई को एक भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया कि राज्य का प्रशासनिक तंत्र भाजपा उम्मीदवारों के प्रचार के अधिकार को सुनिश्चित करने में विफल रहा है।
भाजपा ने राज्य में चुनाव के दौरान अपने उम्मीदवारों की सुरक्षा पर भी चिंता व्यक्त की थी।
इस बीच, पंजाब सीईओ ने बृहस्पतिवार को जिला निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को स्वतंत्र तथा निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी उम्मीदवारों के खातिर समान अवसर और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
एक आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना जिला चुनाव तंत्र की प्राथमिक जिम्मेदारियों में से एक है और भारत निर्वाचन आयोग इस मामले में गंभीर है।
पंजाब की 13 लोकसभा सीट पर एक जून को मतदान होगा।