नयी दिल्ली, निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले पांच चरणों में डाले गए मतों की संख्या पर लोकसभा क्षेत्र-वार आंकड़ा शनिवार को जारी किया और कहा कि चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने के लिए शरारतपूर्ण मंशा के तहत एक झूठा विमर्श गढ़ा जा रहा है।
आयोग ने कहा कि डाले गए वोटों की संख्या में कोई भी बदलाव संभव नहीं है।
उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) की वह याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें निर्वाचन आयोग को मतदान केंद्र-वार मतदान प्रतिशत के आंकड़े अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया था।
इसके एक दिन बाद निर्वाचन आयोग ने यह आंकड़ा जारी किया।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसने प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की पूर्ण संख्या को शामिल करने के लिए मतदान आंकड़े के प्रारूप का और विस्तार करने का निर्णय लिया है।
निर्वाचक (इलेक्टर) वे हैं जो निर्वाचक नामावली का हिस्सा हैं। मतदाता (वोटर) वे हैं जो वास्तव में चुनाव में मतदान करते हैं। निर्वाचन आयोग यद्यपि मतदान प्रतिशत जारी कर रहा था, लेकिन हर चरण में मतदाताओं की वास्तविक संख्या सार्वजनिक करने का अनुरोध किया जा रहा था।