न्यूयॉर्क, अमेरिका में विश्वविद्यालयों और फलस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के बीच समझौता होने के बाद इस सप्ताह बहुत कम विश्वविद्यालयों में इजराइल-हमास युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। इसके साथ ही अंतिम परीक्षाओं और स्नातक दीक्षांत समारोहों में संभावित व्यवधान की गुंजाइश भी कम रह गई है।
देशभर के 46 विश्वविद्यालय परिसरों में 17 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा था और इस संबंध में 2,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच ब्राउन, नॉर्थवेस्टर्न और रटगर्स विश्वविद्यालयों ने समझौता कर लिया है। विरोध प्रदर्शनों के कारण कोलंबिया और यूसीएलए समेत कुछ विश्वविद्यालयों में कक्षाएं बाधित हुई हैं।
कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, रिवरसाइड के प्रशासकों ने विरोध प्रदर्शन बंद कराने को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों के साथ एक समझौते की घोषणा की।
समझौतों में कई प्रतिबद्धताएं शामिल हैं, जिनमें से एक यह है कि विश्वविद्यालय इजराइल में अपने निवेश की समीक्षा करेंगे और लंबे समय तक उसके साथ कामकाज बंद करने की मांग पर गौर करेंगे।
इसी तरह, रटगर्स विश्वविद्यालय ने भी बृहस्पतिवार दोपहर प्रदर्शनकारियों के साथ समझौते की घोषणा की। विश्वविद्यालय ने एक अरब सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने और किसी भी प्रदर्शनकारी के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं करने पर सहमति जताई।
रोड आइलैंड में ब्राउन विश्वविद्यालय के प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन खत्म करने पर सहमति जता दी थी।
फिलाडेल्फिया में टेम्पल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर राल्फ यंग ने कहा, “मुझे लगता है कि कुछ विश्वविद्यालयों के लिए यह विरोध प्रदर्शन को फैलने से रोकने की एक रणनीति हो सकती है।”
उन्होंने कहा, “अब सेमेस्टर खत्म हो रहा है। और हो सकता है कि अगला सेमेस्टर शुरू होने तक गाजा में युद्धविराम हो जाए।”