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नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाने वाले कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को पार्टी का ‘लड़ाकू सिपाही’ करार दिया।
पश्चिम बंगाल की बहरामपुर सीट से पांच बार के लोकसभा सदस्य चौधरी ने पिछले सप्ताह कहा था कि ममता बनर्जी पर विश्वास नहीं किया जा सकता और वह (ममता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ जा सकती हैं, जिसको लेकर खरगे ने उन्हें फटकार लगायी थी।
खरगे ने चौधरी के बारे में कहा, ”वह हमारे लड़ाकू सिपाही हैं।”
चौधरी ने अपनी टिप्पणी में आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री कांग्रेस को कुचलने के लिए हिंसा का उपयोग करती हैं और वह भाजपा की मदद कर रही हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष से सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस चौधरी को लेकर भी वही गलती कर रही है, जो उसने 1998 में ममता के साथ की थी, जिन्होंने बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं पर वामपंथियों के ‘अत्याचारों’ के विरोध में अपनी पार्टी बनाने के लिए पार्टी छोड़ दी थी। इस सवाल पर खरगे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ”मैं किसी एक व्यक्ति के बारे में नहीं बोलना चाहता। चौधरी कांग्रेस पार्टी के एक लड़ाकू सिपाही हैं और पश्चिम बंगाल में हमारे नेता हैं।”
खरगे ने कहा कि टीएमसी के कुछ नेता वाम दल के साथ कांग्रेस के गठबंधन का मुद्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन यह काम नहीं करेगा।
खरगे ने कहा, ”वे इसे अलग ढंग से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस पार्टी मजबूत है और एक दूसरे को समझती है। पश्चिम बंगाल में क्या हुआ है कि कांग्रेस आलाकमान ने वाम दलों के साथ गठबंधन करने का निर्णय लिया है और हम उसी के साथ आगे बढ़ रहे हैं। ”
टीएमसी राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस और वाम दल मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।
खरगे ने शनिवार को मुंबई में शिवसेना-उद्धव बाला साहेब ठाकरे (शिवसेना-यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (राकांपा-एसपी) प्रमुख शरद पवार के साथ संवाददाताओं को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए चौधरी द्वारा ममता बनर्जी की आलोचना किये जाने को खारिज कर दिया था।
खरगे ने कहा था, ”ममता बनर्जी गठबंधन के साथ हैं। उन्होंने (ममता) हाल ही में कहा है कि वह सरकार में शामिल होंगी। अधीर रंजन चौधरी फैसला नहीं लेंगे। फैसला मैं और आलाकमान लेंगे और जो सहमत नहीं होंगे वे बाहर जाएंगे।”
खरगे की इस टिप्पणी से बंगाल में चौधरी के समर्थक नाराज हो गये थे।
चौधरी ने खरगे की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ”मैं किसी ऐसे व्यक्ति के पक्ष में नहीं बोल सकता, जो बंगाल में मुझे और हमारी पार्टी को राजनीतिक रूप से खत्म करना चाहती है। यह हर कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए एक लड़ाई है। मैंने उनकी ओर से बोला। मैं नहीं चाहता कि कांग्रेस की राज्य इकाई का इस्तेमाल उनके (ममता के) निजी एजेंडे के लिए किया जाए और फिर संगठन को खत्म कर दिया जाए।”
खरगे की टिप्पणी के बाद रविवार को कोलकाता में पार्टी के राज्य मुख्यालय के सामने कांग्रेस अध्यक्ष के कई पोस्टर और होर्डिंग्स पर स्याही पोत दी गयी।
चौधरी ने घटना पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को कहा था।