मतदाता चंद्रपुर में कांग्रेस को चुनने की ‘भूल’ नहीं दोहराएंगे : भाजपा प्रत्याशी मुनगंटीवार
Focus News 4 April 2024चंद्रपुर,महाराष्ट्र के मंत्री और चंद्रपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार सुधीर मुनगंटीवार ने कहा है कि मतदाताओं ने निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस को मौका देकर एक बार ‘‘भूल’’ की थी लेकिन वे दोबारा ऐसा नहीं करेंगे।
चंद्रपुर के विधायक मुनगंटीवार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में क्षेत्र में 300 विकास कार्य किए जाने का दावा किया। उन्होंने साथ ही कांग्रेस से पिछले पांच वर्षों में उसके द्वारा की गई दो ऐसी पहलों के बारे में बताने को कहा।
उन्होंने अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी के पक्ष में सहानुभूति वोट पड़ने से भी इनकार किया।
2019 के लोकसभा चुनाव में, सुरेश उर्फ बालू धानोरकर महाराष्ट्र में चंद्रपुर लोकसभा सीट से चुने गए एकमात्र कांग्रेस सांसद थे। पिछले साल मई में उनका निधन हो गया।
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा के लिए 400 लोकसभा सीट का लक्ष्य यथार्थवादी है, मुनगंटीवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास ‘‘दिव्य दृष्टि’’ है और उनके नेतृत्व में लक्ष्य हासिल किया जाएगा।
वर्तमान में महाराष्ट्र के वन एवं संस्कृति मंत्री मुनगंटीवार का चंद्रपुर में कांग्रेस उम्मीदवार एवं बालू धानोरकर की पत्नी प्रतिभा धानोरकर से सीधा मुकाबला है।
महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में स्थित चंद्रपुर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या यह कठिन मुकाबला होगा क्योंकि पिछले लोकसभा चुनाव में चंद्रपुर सीट कांग्रेस ने जीती थी, मुनगंटीवार ने कहा कि मतदाताओं ने एक बार ‘‘भूल’’ की और सबसे पुरानी पार्टी को मौका दिया, लेकिन वे दोबारा ऐसा नहीं करेंगे।
मुनगंटीवार ने कांग्रेस से पिछले पांच वर्षों में चंद्रपुर में उनके द्वारा किए गए कार्यों की तुलना में शुरू किए गए दो विकास कार्य भी बताने को कहा।
उन्होंने कहा ‘‘मैं अपने लिए नहीं, बल्कि देश के लिए लड़ रहा हूं। राज्य मंत्री और चंद्रपुर के विधायक के तौर पर मैंने 300 से अधिक विकास कार्य किए हैं। मुझे एक साधारण विधायक के रूप में जाना जाता है, जो लोगों की बातें सुनता है और उनके लिए काम करता है। ’’
उन्होंने कहा ‘‘मेरे ऊपर पीएचडी की गई और मैंने लोगों के लिए कई काम किए। चंद्रपुर की जनता मेरा समर्थन करेगी।’’
मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा नेताओं ने कहा कि उनका ध्यान कृषि, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा और उद्योग पर रहेगा।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा धानोरकर को उनके पति और चंद्रपुर के सांसद बालू धानोरकर के निधन के कारण सहानुभूति वोट मिल सकते हैं ? इस पर मुनगंटीवार ने कहा कि सहानुभूति की समाप्ति (तारीख) के लिए कोई समय सीमा है या नहीं।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सहानुभूति कोई मुद्दा नहीं है। मुनगंटीवार ने दावा किया कि यहां तक कि उनकी ( प्रतिभा धानोरकर) अपनी पार्टी के नेता भी नहीं चाहते कि वह जीतें।
मुनगंटीवार पहले केंद्र की राजनीति में जाने के इच्छुक नहीं थे। इस बारे में पूछे जाने पर मुनगंटीवार ने कहा कि उन्हें कभी नहीं पता था कि जब उन्होंने नए संसद भवन के निर्माण के दौरान चंद्रपुर से दरवाजे भेजे थे, तो वह दरवाजे उन्हें बुलाने का इंतजार कर रहे होंगे।
नए संसद भवन के निर्माण के लिए विशेष रूप से चंद्रपुर की सागौन की लकड़ी का उपयोग किया गया है।
मुनगंटीवार ने कहा कि उन्होंने कभी विधायक या सांसद बनने के बारे में नहीं सोचा था, लेकिन (मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को बहाल करने के लिए) लगभग 150 विकास पहलों के बारे में सोचा था और उनमें से 40 पूरी हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा, ”लेकिन संसद में जाने के बाद मैं छत्रपति शिवाजी महाराज के सभी 150 कार्यों को पूरा कर सकूंगा।”
कई बिजली संयंत्र और उद्योग वाले चंद्रपुर में प्रदूषण के बारे में पूछे जाने पर, भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने इसके बारे में कुछ नहीं किया और वह इसे हल करने के लिए काम करेंगे और निर्वाचन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रयास करेंगे।