अमेरिकी कांग्रेस की प्रतिनिधि सभा ने यूक्रेन के लिए रक्षा सहायता पैकेज को दी मंजूरी

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वाशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस (संसद) की प्रतिनिधि सभा ने अंततः रूस के आक्रमण से निपटने में मदद के लिए यूक्रेन को अरबों डॉलर की नयी अमेरिकी सैन्य सहायता को मंजूरी दे दी है। कांग्रेस में काफी समय से इसका विरोध हो रहा था और 61 अरब डॉलर इस पैकेज प्राप्त करने के लिए द्विदलीय समझौते की आवश्यकता थी। रिपब्लिकन ने कहा कि इस पैकेज का एक तिहाई से अधिक हिस्सा हथियार और गोला-बारूद को फिर से भरने के लिए समर्पित होगा। उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अमेरिकी समर्थन को “महत्वपूर्ण” बताया है। 

 

उन्होंने कहा, “यह सहायता युद्ध को फैलने से रोकेगी और हजारों लोगों की जान बचाएगी।” यह हालांकि स्पष्ट नहीं है कि सहायता कब पहुंचेगी। पैकेज अब सीनेट में जाएगा और वहां से पास मिलने के बाद मंजूरी के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के पास जाएगा। हथियारों और गोला-बारूद प्रणालियों को फिर से भरने के साथ-साथ, यूक्रेन को “माफी योग्य ऋण” के रूप में नौ अरब डॉलर से अधिक की आर्थिक सहायता भी मिलेगी, जिन्हें वापस भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। उल्लेखनीय है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर आक्रमण शुरू किया। तब से दोनों पक्षों के हजारों लोग, मुख्य रूप से सैनिक, मारे गए या घायल हुए हैं और यूक्रेन के लाखों लोगों को अपने घरों से भागना पड़ा है।

यूक्रेन को अमेरिकी सहायता से बढ़ेगी हताहतों की संख्याः फिलिप्पोट 
पेरिस। फ्रांस में पैट्रियट्स पार्टी के नेता फ्लोरियन फिलिप्पोट ने रविवार को कहा कि यूक्रेन को लगभग 61 अरब डॉलर की अमेरिकी सैन्य सहायता की एक और खेप से रूस-यूक्रेन संघर्ष का रुख नहीं बदलेगा और इससे सिर्फ हताहत की संख्या बढ़ेगी। गौरतलब है कि शनिवार को अमेरिकी कांग्रेस (संसद) की प्रतिनिधि सभा ने एक विधेयक पारित किया, जो यूक्रेन से संबंधित सहायता में 60.84 अरब डॉलर के पैकेज का रास्ता खोलेगा। यूक्रेन सुरक्षा पूरक विनियोग अधिनियम एक परहेज के साथ 311-112 मतों से पारित किया गया। 

फिलिप्पोट ने एक्स पर कहा, “यह वोट कुछ भी नहीं बदलेगा, इससे केवल और अधिक लोग हताहत होंगे! यह इस युद्ध से लाभ कमाने वाले वित्तीय शिकारियों के हितों की पूर्ति के लिए है!” उन्होंने फ्रांसीसियों से यूक्रेन में धन और हथियार भेजना बंद करने का भी आह्वान किया और कहा कि वे “खुद को नष्ट और खतरे में डाल रहे हैं।” उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि फ्रांस को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) से हट जाना चाहिए। रूस के साथ बातचीत करनी चाहिए और जल्द से जल्द बातचीत करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि फरवरी 2022 में यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद से पश्चिमी देश यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं। रूस ने लगातार हथियारों की आपूर्ति के खिलाफ चेतावनी दी है और कहा है कि इससे संघर्ष और बढ़ेगा।