सटीक पूर्वानुमान, समय पर सूचना के प्रसार से आईएमडी के बारे में धारणा बदली है: मृत्युंजय महापात्र

1685959340-news

नयी दिल्ली, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान अधिक सटीक होने और लोगों को तुरंत सूचित करने की वजह से विभाग को लेकर धारणा काफी बदली है।

आईएमडी के महानिदेशक महापात्र ने ‘पीटीआई’ के संपादकों के साथ बातचीत में इस बदलाव के लिए विभाग की पूर्वानुमान तकनीकों और सटीकता में सुधार के प्रयासों को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा, “आजकल परिदृश्य बदल गया है। लोगों ने अहम निर्णयों, शादियों जैसे आयोजनों के लिए आईएमडी के पूर्वानुमानों पर भरोसा करना शुरू कर दिया है।”

महापात्र ने कहा कि खाना पहुंचाने वाली कंपनी ‘ज़ोमैटो’ से लेकर भारतीय रिज़र्व बैंक तक हर कोई निर्णय लेने के लिए मौसम कार्यालय के पूर्वानुमानों पर भरोसा करता है।

उन्होंने कहा कि आईएमडी द्वारा जारी किए गए मौसम पूर्वानुमान, विशेष रूप से चक्रवातों के संदर्भ में जारी किए गए पूर्वानुमानों की दुनिया भर में सराहना की गई है।

आईएमडी प्रमुख ने कहा, “वास्तव में, हम चक्रवातों के लिए उत्पत्ति से पूर्व पूर्वानुमान भी जारी कर रहे हैं, जिससे समुद्र में जान-माल के नुकसान को कम करने में मदद मिली है।”

उन्होंने कहा कि इस मामले में आईएमडी के पूर्वानुमान, अमेरिका के नेशनल हरिकेन सेंटर से बेहतर रहे हैं।

महापात्र ने कहा कि देश ने बहुत पहले ही मौसम का पूर्वानुमान जताने की क्षमता विकसित कर ली थी, लेकिन प्रौद्योगिकी की कमी के कारण संभावित प्रभावित क्षेत्रों तक इसकी सूचना पहुंचाने में होने वाली देरी के कारण अकसर आईएमडी को उपहास का पात्र बनना पड़ता था।

आईएमडी प्रमुख ने कहा, “पहले, चक्रवात से होने वाली मौतें हजारों में होती थीं, अब वे घटकर 10 या 20 तक रह गई हैं।”

उन्होंने कहा कि आईएमडी द्वारा चक्रवात का समय संबंधी पूर्वानुमान बताए जाने के कारण लोगों को समय पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और जनहानि को रोका गया है।

महापात्र के लिए चक्रवातों का पूर्वानुमान बताना व्यक्तिगत तौर पर भी अहम है जो ओडिशा के एक गांव में उनकी बचपन की यादों से जुड़ा है।

साल 1971 में, जब महापात्र सिर्फ छह साल के थे तो उनके गांव में एक विनाशकारी चक्रवात आया था जिसमें 10,000 लोग मारे गए और उनकी पूरी धान की फसल नष्ट हो गई थी।

उन्होंने कहा, “इसने एक प्रमुख भूमिका निभाई, क्योंकि बचपन में आप जो भी अनुभव करते हैं वह आपके पूरे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।”