पुणे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को कहा कि यह लोकसभा चुनाव पारिवारिक संबंधों को लेकर नहीं बल्कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच एक मुकाबला है।
अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पुणे जिले की बारामती लोकसभा सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की उम्मीदवार हैं। सुनेत्रा ने शनिवार को कन्हेरी में हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर आधिकारिक तौर पर अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया।
चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत के लिए अजित पवार, उनके बेटे पार्थ और जय के अलावा पार्टी के कई स्थानीय नेता भी मौजूद थे।
सुनेत्रा और उनकी ननद एवं तीन बार की लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने क्रमशः राकांपा और राकांपा (शरदचंद्र पवार) की उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
अजित पवार ने भी इस सीट के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है। राकांपा के एक पदाधिकारी ने बताया कि उनकी पत्नी का नामांकन खारिज होने अथवा उसमें कोई विसंगति पाए जाने की स्थिति में इसे एक वैकल्पिक योजना के रूप में तैयार किया गया है।
अजित पवार ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम भगवान हनुमान से प्रार्थना करने के बाद आधिकारिक तौर पर अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर रहे हैं। यह चुनाव पारिवारिक रिश्तों को लेकर नहीं है। यह लोकसभा चुनाव पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी के बीच का मुकाबला है। ’’
इससे पहले, सुप्रिया सुले ने शुक्रवार को अपने पिता, राकांपा (एसपी) के प्रमुख शरद पवार और पवार परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में हनुमान मंदिर में पूजा करके अपना चुनाव अभियान शुरू किया।
अजित पवार ने कहा, ‘‘कल, पवार परिवार के सभी सदस्य शरद पवार साहब के बगल में बैठे थे। उन्होंने यह दिखाने का प्रयास किया कि पूरा परिवार एकजुट है। उनमें से एक व्यक्ति ने यह दावा किया कि शरद पवार ने बारामती में सभी विकास कार्य किए। उस स्थिति में, मैंने पिछले 30 वर्षों में क्या किया है? ’’
राकांपा महायुति गठबंधन का एक घटक दल है, जिसमें शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी शामिल हैं। जबकि राकांपा (एसपी), शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस ने एकजुट होकर महा विकास आघाडी (एमवीए) नामक गठबंधन बनाया है। शरद पवार परिवार के गढ़ माने जाने वाले बारामती में सात मई को मतदान होगा।